सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश से मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) अभी दूर है। इस वजह से 16 अगस्त तक प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। लोकल सिस्टम की एक्टिविटी से सोमवार को भोपाल समेत कुछ जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का दौर जारी है।

वहीं, शिवपुरी शहर में बारिश की वजह से निचले इलाके पानी में डूब गए। सड़कों पर पानी बहने लगा।

मौसम विभाग, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी मानसून ट्रफ गंगानगर से दिल्ली और सीधी होते हुए गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ-ईस्ट के ऊपर एक्टिव है। वहीं, एक अन्य मानसून ट्रफ गुजर रही है। इनकी एमपी में एक्टिविटी बढ़ने के बाद तेज बारिश का दौर शुरू होगा। फिलहाल हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बन रही है।

नर्मदापुरम-मंडला में सवा इंच पानी गिरा

प्रदेश में रविवार को कभी हल्की तो कभी तेज बारिश का दौर बना रहा। नर्मदापुरम-मंडला में सबसे ज्यादा सवा इंच बारिश हो गई। खंडवा-बैतूल में पौन इंच और सिवनी-सीधी में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।

भोपाल, विदिशा, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, रीवा, सागर, सतना, उमरिया में भी हल्की बारिश का दौर चलता रहा।

मंडला, भिंड और श्योपुर में भारी बारिश हुई। श्योपुर के बिचपुरी गांव में घरों में पानी घुस गया। एसडीएम वीएस श्रीवास्तव ने ग्रामीणों को स्कूल और छात्रावास में शिफ्ट कराया है। वहीं, भिंड के लहार में 30 मिनट तक तेज बारिश से नाले उफान पर आ गए। यहां बाजारों में डेढ़ फीट तक पानी भर गया।

शिवपुरी में बारिश की वजह से सड़कों पर पानी बहने लगा। निचले इलाके डूब गए।

मंदसौर जिले में रविवार को चंबल नदी में एक युवक डूब गया। वहीं, मंडला में तेज बारिश हुई।

भिंड जिले में रविवार को तेज बारिश का दौर जारी रहा। लहार में शाम तक रुक-रुककर तेज बारिश होती रही।

श्योपुर के बिचपुरी गांव में बारिश का पानी घरों में घुस गया।

एमपी में 26 इंच से ज्यादा बारिश

प्रदेश में 21 जून को मानसून ने आमद दे दी थी। इसके बाद से ही अच्छी बारिश हुई। यही कारण है कि प्रदेश में अब तक साढ़े 26 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की कुल बारिश की 71 प्रतिशत है।

यदि अब तक की नॉर्मल बारिश की बात करें तो कुल बारिश से साढ़े 3 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। 16 अगस्त के बाद एक और तेज बारिश का दौर शुरू होगा। ऐसे में संभावना है कि अगस्त में ही सीजन की बारिश का कोटा भी पूरा हो जाएगा।

अब तक कोलार, बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं।