सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश में अप्रैल महीने में आंधी-बारिश का ट्रेंड है। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हुई थी। अबकी बार भी ऐसा ही मौसम रहेगा। 7 अप्रैल से अगले 2 दिन प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। जबलपुर, भोपाल, शहडोल, रीवा समेत 18 जिलों में बारिश हो सकती है।
IMD भोपाल के अनुसार- 5 अप्रैल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। इसका असर 1-2 दिन के बाद प्रदेश में देखने को मिलेगा। खासकर पूर्वी हिस्से में बारिश, आंधी और बादल रहेंगे।
इन जिलों में बारिश-बादल
6 अप्रैल को भोपाल, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी में बादल छाएंगे। वहीं, 7 अप्रैल को भोपाल, सीहोर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, रीवा और मऊगंज में हल्की बारिश भी हो सकती है। इन जिलों में 30 से 40Km प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।
भोपाल में भी बादल रहेंगे, बारिश भी होगी
राजधानी भोपाल में 5 अप्रैल से बादल छाने का अनुमान है। 6 अप्रैल को कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है। 7 और 8 अप्रैल को बादल रहेंगे।
सिस्टम से पहले गर्मी का असर, दमोह-मंडला सबसे गर्म
सिस्टम के एक्टिव होने से पहले प्रदेश में गर्मी का असर है। बुधवार को ज्यादातर शहरों में पारा 38 डिग्री के पार रहा। सबसे गर्म दमोह में 41 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला, खंडवा और सिवनी में भी तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया।
बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 38.5 डिग्री, इंदौर में 38.4 डिग्री, ग्वालियर में 37.8 डिग्री, जबलपुर में 39 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 38 डिग्री पहुंच गया।
बैतूल, शिवपुरी, नर्मदापुरम, रतलाम, उमरिया, धार, मलाजखंड, सागर, सतना, गुना में पारा 39 डिग्री या इससे अधिक रहा।
लू को लेकर एडवाइजरी
मध्यप्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लू से बचाव के लिए प्रदेश के सभी जिलों में एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को आवश्यक बचाव के उपाय बताए गए हैं।
पानी, छाछ, ओआरएस का घोल या घर में बने पेय जैसे-लस्सी, नींबू पानी, आम का पना आदि का सेवन करें।
दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें।
धूप में निकलते समय अपना सिर ढंककर रखें। कपड़े, टोपी या छतरी का उपयोग करें।
धूप में निकलने के पहले तरल पदार्थ का सेवन करें। पानी हमेशा साथ रखें। शरीर में पानी की कमी न होने दें।
सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें। सिंथेटिक एवं गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें।
जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें।
अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठंडे पानी से शरीर को पोछे या कई बार स्नान करें। धूप और गर्म हवाओं के संपर्क के तुरंत बाद स्नान न करें।
गरिष्ठ, वसायुक्त, ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन और अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें।