सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मंत्रालय स्थित प्रतिकक्ष में मप्र राज्य औषधीय पादप बोर्ड की बैठक लेकर विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक चर्चा की। बोर्ड अंतर्गत कार्यों की प्रगति एवं आगामी कार्ययोजना की गहन समीक्षा भी की।
देवारण्य योजना 2.0 के अंतर्गत “एक जिला-एक औषधीय उत्पाद” योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रथम चरण में प्रदेश के पांच जिलों का चयन कर, समग्र कार्ययोजना के साथ आवश्यक क्रियान्वयन के निर्देश दिए। प्रदेश का औषधीय मैप तैयार करने एवं अन्य फसलो की तरह समस्त औषधीय फसलों को फसल गिरदावरी में सम्मिलित कराने के लिए व्यापक कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन करने को भी कहा।
औषधीय पौधों की एम.एस.पी. के निर्धारण के लिए वन विभाग, मनरेगा, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के साथ समन्वय कर व्यापक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। “धरती आबा अभियान” के अन्तर्गत पोषण वाटिका एवं रेसिडेंशियल स्कूलों में औषधीय उद्यान के विकास के लिए, विस्तृत कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन करने को कहा। आयुष विभाग अंतर्गत संचालित महाविद्यालयों में औषधीय उद्यान (हर्बल गार्डन) विकसित करने को भी कहा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव वन निदेशक अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव आयुष डी पी आहूजा, आयुक्त आयुष उमा आर माहेश्वरी और अपर सचिव आयुष एवं बोर्ड के सीईओ संजय कुमार मिश्र सहित विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित थे।
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