सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: सितंबर में बारिश का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम मध्यप्रदेश में छाया हुआ है। भिंड में क्वांरी, सांक नदी और सिंध खतरे के निशान पर बह रही हैं। इस कारण 50 गांवों में अलर्ट है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा नदी खतरे के निशान से 7 फीट नीचे बह रही है। इंदिरा सागर बांध के 12, ओंकारेश्वर बांध के 11 गेट और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले 24 घंटे में ग्वालियर में 8 इंच और भोपाल में ढाई इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है।

लहार में कच्चे मकान की दीवार गिरने से गणेशराम तिवारी (38) की मौत हो गई। 10 साल की भूमि तिवारी घायल हो गई। टीकमगढ़ में तेज बारिश से बरेठी गांव में लोगों के घरों में पानी भर गया। ग्वालियर के आरोन-पाटई में बुधवार रात 11 साल का लड़का बह गया, जिसका पता नहीं चल सका। खरगोन में सतवाड़ा की कोयड़ा नदी पर बना अस्थाई पुल बह गया। इससे झिरन्या-बमनाला मार्ग बंद हो गया।

मौसम विभाग ने गुरुवार को भिंड, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत 29 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।

आज भोपाल में 5वीं क्लास जबकि राजगढ़, सागर, गुना, शिवपुरी, मुरैना और भिंड में 8वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्‌टी घोषित की गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज शिवपुरी का दौरा रद्द करना पड़ा है।

ग्वालियर में अब तक 40 इंच बारिश

अबकी बार मानसून में बारिश से अछूते रहे ग्वालियर में पिछले 24 घंटे के भीतर 8 इंच पानी गिर गया। इसे मिलाकर अब यहां 40 इंच से ज्यादा पानी गिर गया है। वहीं, शिवपुरी में 4 इंच, नौगांव में सवा 4 इंच बारिश दर्ज की गई है। भोपाल में करीब ढाई इंच पानी बरसा है।

इससे पहले, बुधवार को 28 जिलों में तेज बारिश हुई। बांध-तालाब ओवरफ्लो हो गए। नदियां उफनाने से दमोह, सिवनी, बालाघाट, सागर, छतरपुर, शिवपुरी जिले में बाढ़ के हालात बन गए। प्रदेश में अब तक कोटे से 4.9 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में 3 सिस्टम- मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और लो प्रेशर एरिया की वजह से बारिश हो रही है।

मुरैना के पगारा डैम में डूबे 5 युवक, 2 के शव बरामद, एक की तलाश

मुरैना के डैम में डूबे युवक का रेस्क्यू करने जा रही टीम का रास्ता सड़क पर गिरे पेड़ और बिजली के खंभों ने रोक लिया है। सड़क से इन्हें हटाने का काम जारी है। इसके बाद ही टीम मौके की तरफ रवाना हो पाएगी। दरअसल, बुधवार दोपहर करीब 3 बजे 5 युवक जौरा के पगारा डैम में डूब गए थे। इनमें से 2 युवकों के शव निकाल लिए गए थे। दो युवकों को बचा लिया गया था। फिलहाल एक लापता है। ये सभी 5 युवक डैम के ऊपर बने एक मंदिर में पूजा करने गए थे। पूजा करने के बाद सभी डैम में नहाने लगे। इस दौरान पांचों तेज बहाव के बीच पहुंच गए और बह गए।