भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र जारी है। आज पांचवें दिन सदन में विभिन्न मुदों पर चर्चा हुई। सवाल-जवाब भी हुए। जवाब से असंतुष्ट विधायक ने जहां सदन का बहिर्गमन कर दिया वहीं विस के पूर्व अध्यक्ष और अध्यक्ष में नोक-झोंक भी हुई। कार्यवाही के दौरान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति और विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बीच नोक-झोंक हुई। प्रजापति ने लगाया आरोप कि जब हम बोलते हैं तो माइक चालू नहीं किया जाता और संसदीय कार्य मंत्री बोलते हैं तो तुरंत माइक चालू हो जाता है।

ध्यान आकर्षण में ओलावृष्टि का मुद्दा सदन में उठा। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा सरकार किसान हितैषी है। इसके जवाब में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह बोले सर्वे गलत हुआ है। वहीं सारंग ने कहा कि किन फर्जी किसानों ने मुआवजा लिया है और वो किस पार्टी है उसका कच्चा चिट्ठी मेरे पास है। हमने जांच की जो दोषी है उनके खिलाफ स्नढ्ढक्र दर्ज की है। कांग्रेस की सरकार के दौरान गड़बड़ हुई थी सर्वे में। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गलत मुआवजा के पैसे दिए गए। इधर राघोगढ़ में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में प्रदूषण मानकों को लेकर विधायक जयवर्धन ने बहिर्गमन किया। प्रदूषण नियंत्रण के लिए उचित मानकों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया। ऊर्जा मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विधायक ने बहिर्गमन किया। झूमा सोलंकी के सवाल के जवाब से संतुष्ट न होने पर कांग्रेस ने किया बहिर्गमन। विधायक हिना लेखी राम ने पूछा था झूमा सोलंकी की अनुपस्थिति में उनका जवाब। भीकन गांव विधानसभा क्षेत्र में 175 फालये और मंझरे में बिजली नहीं है। ओलावृष्टि क्षतिपूर्ति वितरण में अनियमितता की पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने ईओडब्ल्यू से जांच करवाने की सदन में की मांग की।