भोपाल।  लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्ण हो चुकी दमोह, मुरैना तथा अनूपपुर की जलप्रदाय योजनाओं के ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों से ऑनलाइन संवाद किया। राज्य मंत्री श्री यादव ने ग्राम में नल कनेक्शन की संख्या, पेयजल की उपलब्धता, गुणवत्ता तथा मासिक रूप से दिये जाने वाले शुल्क के संबंध में जानकारी ली।

राज्यमंत्री श्री यादव ने मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सकारात्मक सोच के साथ करें ताकि आमजन लाभान्वित हों। प्रदेश की जन-हितैषी सरकार का पहला उत्तरदायित्व जन-कल्याण योजनाओं का बेहतर संचालन है। उन्होंने कहा कि मिशन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण आबादी को स्वच्छ, गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त मात्रा में शीघ्र पेयजल उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा कि मिशन की साप्ताहिक समीक्षा में प्रगति परिलक्षित होना चाहिए। राज्य मंत्री श्री यादव ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य और उसकी समय-सीमा के बीच तालमेल बैठाना जरूरी है। अब हमें पूरे मनोयोग के साथ कार्य में जुट जाना है ताकि निर्धारित समय-सीमा में लक्ष्य को पाना सुनिश्चित हो सके।

अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मलय श्रीवास्तव ने कहा कि जल निगम की स्थापना का उद्देश्य समूह जलप्रदाय योजना बनाकर अधिकाधिक ग्रामों को एक साथ पेयजल मुहैया कराना है, जिसमें संस्था अपनी बेहतर भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से सीधा संवाद करने पर योजना के संबंध में मिली जानकारी से प्रगतिरत जलप्रदाय योजना में रचनात्मक सुधार किये जा सकेंगे।

प्रबंधक संचालक तेजस्वी एस. नायक ने बताया कि जल निगम द्वारा क्रियान्वित 48 समूह जल प्रदाय योजनाओं के कार्य प्रगतिरत है। कुल 14 हजार 303 करोड़ रूपये लागत की इन योजनाओं से 10 हजार 439 ग्रामों में लगभग 19 लाख घरेलू नल कनेक्शन लगाये जाने का लक्ष्य है। श्री नायक ने बताया कि 20 समूह जल प्रदाय योजनाएँ पूर्ण की जा चुकी हैं, जिनसे 802 ग्रामों की 12 लाख से अधिक जनसंख्या को पेयजल प्राप्त हो रहा है। बैठक में प्रमुख अभियंता के.के. सोनगरिया तथा जल निगम के अधिकारी उपस्थित थे।