सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : 29 अप्रैल 2020 में एक्टर इरफान खान का निधन हुआ था। हालांकि एक्ट्रेस मीता वशिष्ठ की मानें तो उन्हें इरफान खान के निधन से पहले ही उनकी मौत का आभास हो गया था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मीता ने बताया है कि मौत से चंद दिनों पहले इरफान ने सपने में उनसे लंबी बातचीत की थी। इस दौरान वो समझ चुकी थीं कि इरफान ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह सकेंगे। साथ ही एक्ट्रेस ने इरफान के जनाजे में जाने का एक्सपीरियंस भी शेयर किया है, जहां उन्हें कब्रिस्तान में दाखिल होने नहीं दिया जा रहा था।

हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस मीता वशिष्ठ ने बताया है कि वो और इरफान खान थिएटर के दिनों से दोस्त थे। इरफान खान की पत्नी सुतापा सिकदर, मीता की रूममेट थीं, ऐसे में उनकी गहरी दोस्ती थी। बातचीत के दौरान मीता ने बताया है कि इरफान खान की डेथ के दिन उनका दोस्त अशोक गोरेगांव से आया था। उसने मीता से फ्यूनरल पर जाने का पूछा और दोनों साथ में कब्रिस्तान पहुंचे।

ये लॉकडाउन का पहला फेस था, तो मीता पूरी तरह ढककर कब्रिस्तान पहुंची थीं। एक्ट्रेस ने बताया है कि इरफान इतने मशहूर हो चुके थे कि कई ऐसे बड़े चेहरे भी फ्यूनरल में पहुंचे थे, जिनका उनसे कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन वो लोग चेहरे दिखाकर पैपराजी को पोज दे रहे थे।

इरफान का ताबूत देखकर सोचा- ये बाय बोलने आया है

मीता ने बताया है कि कब्रिस्तान में महिलाओं को जाने की इजाजत नहीं दी जाती। जब वो और उनका दोस्त अशोक कब्रिस्तान पहुंचे तो गेटमैन ने उन्हें रोक दिया। वो लोग कहते रहे कि हम इरफान के दोस्त हैं, लेकिन गेटमैन ने धूप में 2 घंटे तक उन्हें रोककर रखा। संयोग से जब मीता को कब्रिस्तान में दाखिल होने का मौका मिला तो इरफान खान का ताबूत गाड़ी से उतर रहा था। वो उस समय ठीक से उन्हें नहीं देख सकीं, लेकिन संयोग ये रहा कि एंगल की दिक्कत होने पर उनके ताबूत को दोबारा पलटकर मीता के सामने से गुजारा गया। मीता ने ताबूत को देखकर अलविदा कहा और सोच लिया कि ये मुझसे बाय कहने आया है।

चंद दिनों पहले हो गया था इरफान की मौत का आभास

बातचीत में मीता ने कहा है, इरफान की डेथ के 10 दिन पहले सपने में मेरी और इरफान की बहुत लंबी बात हुई थी। सपने में उसने कहा था, बहुत दिन हो गए नहीं मिला। मुझे इतना याद है कि ड्रीम टाइम में हमने लगभग 45 मिनट बात की थी। हम बहुत हंस रहे थे। जब मेरी आंख खुली तो मैं बहुत शांत महसूस कर रही थी। बहुत खुश थी, मैंने सोचा ये तो जाने वाला है। ये तो नहीं रहने वाला। शायद एक-दो दिन में इरफान जाएगा।

आगे उन्होंने कहा, उनके जो करीबी दोस्त थे न्यूमेरोलॉजिस्ट, मैंने उनसे कॉल कर पूछा कि इरफान कहां हैं। जवाब में कहा गया, वो इगतपुरी में अपने फार्म में हैं। मैंने पूछा, वो कैसा हो, तो उन्होंने कहा वो ठीक है। उस समय उनका लंदन में भी इलाज चला था। अनुप से मुझे उनकी जानकारी मिल जाती थी। वो उस समय ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। मैंने उनसे कहा था कि इरफान अब ज्यादा रहने नहीं वाला है। अभी निकल जाएगा, शायद इस वीकेंड तक। मैं उससे मिलना चाहती हूं, क्या तुम उससे कह सकते हो। मैंने उसे अपने सपने के बारे में भी बताया। जवाब में उसने कहा, नहीं, ऐसा नहीं है। वो अभी किसी से नहीं मिल रहे हैं। सिर्फ सुतापा और दोनों बच्चे उनके साथ हैं और वो किसी से नहीं मिल रहे। अगले वीकेंड तक उनका निधन हो चुका था।

बताते चलें कि इरफान खान की आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम थी। लंबे कैंसर के इलाज के बाद कोलोनल इन्फेक्शन के चलते इरफान खान ने 29 अप्रैल 2020 को आखिरी सांसें ली थीं। इरफान की मौत के महज 4 दिन पहले ही उनकी मां सईदा बेगम का निधन हुआ था।