आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला ने कहा कि लोगों को आज कल के रैप सॉन्ग से समस्या नहीं है, लेकिन उनके लिखे डायलॉग्स से बहुत दिक्कत है। मनोज ने कहा कि लोगों को ‘नंगा ही तो आया था’ जैसे रैप सॉन्ग से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन ‘लंका जला देंगे’ जैसे डायलॉग्स पर गहरी आपत्ति है।
फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग्स की वजह से मनोज मुंतशिर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई थी। अब मनोज ने अपनी निराशा जाहिर की है। मनोज ने कहा कि वो अपने लिखे संवाद पर सफाई नहीं दे रहे हैं, लेकिन एक तरफ इसका क्रिटिसिज्म हुआ तो दूसरी तरफ ‘नंगा ही तो आया था’ जैसे रैप सॉन्ग्स को अवॉर्ड्स मिले थे।
मनोज को अपने गाने ‘तेरी मिट्टी’ को अवॉर्ड न मिलना आज भी अखरता है
मनोज मुंतशिर शुक्ला के लिखे गाने तेरी मिट्टी को अवॉर्ड नहीं मिले थे, वहीं जोया अख्तर की फिल्म गली बॉय के गाने अपना टाइम आएगा को काफी सारे अवॉर्ड्स मिले थे। यह बात मनोज मुंतशिर को काफी खराब लगी थी। उन्होंने फैसला किया कि आगे से वो किसी भी अवॉर्ड शो में नहीं जाएंगे।
इस मुद्दे पर बात करते हुए मनोज ने लल्लनटॉप से कहा- अगर आप उस साल के नॉमिनेशन्स देखें तो बहुत सारे अच्छे गाने भी थे, हालांकि अवॉर्ड उस गाने को मिल गया जो कहीं से भी डिजर्व नहीं करता था।
रैप सॉन्ग्स को मान्यता नहीं देते मनोज मुंतशिर
मनोज ने आगे कहा- आज भी मैं रैप सॉन्ग को मान्यता नहीं देता। हालांकि मैं इनके खिलाफ नहीं हूं, मैंने गली बॉय के कुछ गाने सुने थे। ऐसा नहीं था कि वो सुनने में खराब लगते हैं। हालांकि मुझे इस बात का मलाल है कि लोगों को उन रैप सॉन्ग से समस्या नहीं है, लेकिन मेरे लिखे डायलॉग्स से है।
मुझे लगता है कि दोनों ही गलत हैं। किसी को भी ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
आदिपुरुष को लेकर गलती स्वीकार चुके हैं मनोज
मनोज मुंतशिर यह स्वीकार कर चुके हैं कि आदिपुरुष लिखना उनकी सबसे बड़ी भूल थी। उन्होंने आज तक को दिए पुराने इंटरव्यू में कहा कि आदिपुरुष लिखने के दौरान उनसे 100% गलतियां हुई हैं। मनोज ने कहा- इसमें कोई शक नहीं है कि मेरे से गलती हुई है। मैं इतना भी इनसिक्योर शख्स नहीं हूं कि अपनी गलती का बचाव यह कहकर करूंगा कि मैंने अच्छा ही लिखा है।
ये मेरी ही गलती है, लेकिन इस गलती के पीछे कोई बुरा इरादा नहीं था। धर्म को ठेस पहुंचाने की मेरी मंशा नहीं थी। भगवान राम को बदनाम करने या हनुमान जी के बारे में मैंने जानबूझ कर गलत नहीं लिखा।
600 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही
आदिपुरुष भारत की अब तक की सबसे महंगी फिल्म है। फिल्म को बनाने में दो साल लगे। VFX में बदलाव की वजह से फिल्म की रिलीज में देरी भी हुई। फिल्म का बजट शुरुआती दौर में 500 करोड़ रुपए बताया गया लेकिन फिल्म के VFX में बदलाव करने के लिए इसके बजट को थोड़ा और बढ़ाया दिया गया था।
VFX में बदलावों के बाद इसका टोटल बजट 600 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। 600 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने भारत में 286.37 करोड़ रुपए की कमाई की। इसमें 147.26 करोड़ रुपए हिंदी वर्जन से आए। फिल्म ने 400 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था।