पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर कांग्रेस, भाजपा और केंद्र सरकार के बीच विवाद अभी भी जारी है। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के कद के मुताबिक उनके अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर जैसा सम्मान दिया जाना चाहिए वैसा नहीं किया।

गृह मंत्रालय, भाजपा अध्यक्ष और पार्टी के बड़े नेताओं के बाद रविवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस पर बयान दिया। पुरी ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह जी के स्मारक को लेकर कांग्रेस सरेआम झूठ फैला रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार को पत्र लिखकर एक स्पेशल मेमोरियल बनाने की मांग रखी। गृह मंत्रालय ने खड़गे की मांग मान ली।

पुरी ने कहा- दिल्ली में एकता स्थल है। यहां 9 में से 7 स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व राष्ट्रपति के स्मारक बन चुके हैं। स्मारक के लिए 2 जगह खाली है। कांग्रेस ने स्पेशल मेमोरियल बनाने की मांग की है। सरकार इसे मंजूर कर चुकी है, लेकिन इसकी प्रक्रिया में समय लगेगा। ट्रस्ट बनाना होगा, वही मेमोरियल बनाएगी। वाजपेयी जी के समय भी यही हुआ था।

हरदीप पुरी बोले- निधन के समय बारिश हो रही थी, स्मारक के लिए स्थान आवंटित होगा

हरदीप पूरी ने कहा कि कांग्रेस का झूठ पकड़ा जाएगा। जब मनमोहन सिंह का निधन हुआ तब बहुत बारिश हो रही थी। अगले दिन भी बारिश हो रही थी। मौसम विभाग ने कहा 27 साल में दिसंबर में सबसे ज्यादा बारिश हुई।

उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 1 जनवरी, 2025 तक सात दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया।

इस शोक अवधि के दौरान पूरे देश,विदेश स्थित सभी भारतीय मिशनों/उच्चायोगों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। उनके स्मारक के लिए स्थान आवंटित किया जाएगा।

स्मारक विवाद पर 4 नेताओं के केंद्र से सवाल…

कांग्रेस बोली- शक्ति स्थल की पेशकश करने पर भी भाजपा तैयार नहीं हुई

  • कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि शोक की इस घड़ी में भी भाजपा सरकार सरदार मनमोहन सिंह को सम्मान नहीं दे सकी। सुप्रिया ने रविवार को कहा कि किसी ने ठीक ही कहा है, छोटे मन के लोगों से बड़ी राजनीति की अपेक्षा करना तो दूर, वक्त पड़ने पर उनसे जरा से बड़प्पन की उम्मीद रखना भी बेमानी है।
  • कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शक्ति स्थल से जमीन देने की पेशकश भी की थी। वे बस इतना चाहते थे कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसी जगह हो, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके। BJP से सवाल पूछा जाना चाहिए कि शक्ति स्थल से जगह देने की पेशकश किए जाने के बाद भी यह लोग क्यों नहीं तैयार हुए?
  • अरविंद केजरीवालने कहा था कि सिख समाज से आने वाले, पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त, 10 वर्ष भारत के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार और समाधि के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज़ जमीन भी न दे सकी?

स्मारक को लेकर कांग्रेस ने मोदी-शाह को पत्र लिखा था…

27 दिसंबर: खड़गे ने स्मारक के लिए जमीन मांगी थी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 27 दिसंबर की शाम को पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। कहा था कि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार जहां हो वहीं स्मारक बनाया जाए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी यही चाहती थीं। हालांकि गृह मंत्रालय ने अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाया।

28 दिसंबर: बीजेपी बोली- जमीन अलॉट कर दी गई कांग्रेस की तरफ से मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जमीन नहीं देने के आरोप पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 28 दिसंबर को कहा- डॉ. सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई। इसके बारे में उनके परिवार को भी जानकारी दे दी गई है। हालांकि नड्‌डा ने यह नहीं बताया कि जमीन कहां दी गई है।

अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने 9 सवाल, भाजपा के जवाब

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की व्यवस्था को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार में सरकार की तरफ से अव्यवस्था और अनादर देखकर हैरानी हुई।

खेड़ा ने 9 पॉइंट में अंतिम संस्कार से जुड़ी आपत्तियां दर्ज कराईं, जिनका जवाब रविवार को भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिया।

तस्वीरों में मनमोहन सिंह का अंतिम सफर

सेना के तोप वाहन पर मनमोहन सिंह की पार्थिव देह को निगमबोध घाट लाया गया।
सेना के तोप वाहन पर मनमोहन सिंह की पार्थिव देह को निगमबोध घाट लाया गया।
मनमोहन सिंह के परिवार के साथ राहुल गांधी निगमबोध घाट पहुंचे।
मनमोहन सिंह के परिवार के साथ राहुल गांधी निगमबोध घाट पहुंचे।

मनमोहन देश के पहले सिख PM, सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाले चौथे नेता डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।

मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे।

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