सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मणिपुर में म्यांमार से 900 कुकी उग्रवादियों के घुसने की खबर सामने आई है। राज्य के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ये उग्रवादी ड्रोन, मिसाइल और गोरिल्ला युद्ध में प्रशिक्षित हैं। उनकी गतिविधियों की सूचना के अनुसार, ये उग्रवादी 30-30 लोगों के समूहों में छिपे हुए हैं।

सुरक्षा सलाहकार ने बताया कि इन उग्रवादियों के 28 सितंबर के आसपास मैतेई गांवों पर हमले की आशंका है, जिसके चलते चुराचांदपुर, तेंगनौपाल, उखरुल, कामजोंग और फेरजॉल जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है, जिसमें अब तक 237 लोग मारे जा चुके हैं और 60,000 से अधिक लोग अपने घर छोड़ चुके हैं।

हाल ही में, 12 सितंबर को, सेना ने मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ के साथ मिलकर चुराचांदपुर में बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद बरामद किए थे।

इंफाल में मंत्री एल. सुसिंदरो के पर्सनल असिस्टेंट का अपहरण भी हुआ है, जो स्थिति की गंभीरता को और बढ़ाता है। पुलिस ने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने गोलियां चलाईं और अब अपहृत व्यक्ति की तलाश जारी है।

मणिपुर की हिंसा के कारण:

  1. समुदायों के बीच आरक्षण का विवाद: मैतेई समुदाय ने जनजाति का दर्जा देने की मांग की है।
  2. सामाजिक और राजनीतिक असमानताएँ: मैतेई समुदाय की बढ़ती जनसंख्या और राजनीतिक प्रभाव अन्य समुदायों के लिए चिंता का विषय है।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए: सुरक्षा बलों की गश्त और जांच अभियान जारी है, ताकि स्थिति को सामान्य किया जा सके और हिंसा को रोका जा सके।