सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी (MAHE), मणिपाल ने भारत के एकमात्र मणिपाल हॉस्पिस और विश्रांति केंद्र (MHRC) के उद्घाटन की घोषणा की है, जिसका औपचारिक उद्घाटन 30 अप्रैल 2025 को माननीय न्यायमूर्ति श्री सैयद अब्दुल नजीर, महामहिम राज्यपाल, आंध्र प्रदेश के करकमलों द्वारा किया जाएगा। यह केंद्र जुलाई 2025 से क्लीनिकल सेवाओं की शुरुआत करेगा।
MAHE की इस उच्च सामाजिक प्रभाव वाली पहल को पूरी तरह नि:शुल्क संचालित किया जाएगा और इसका उद्देश्य उत्कृष्ट, करुणामय और समग्र देखभाल के लिए एक प्रमुख केंद्र बनना है। यह गंभीर और जीवन-सीमा वाली बीमारियों से जूझ रहे रोगियों और उनके परिवारों को व्यापक हॉस्पिस और विश्रांति देखभाल प्रदान करेगा।
यह सुविधा कई भागीदारों के सहयोग से संचालित होगी, जिनमें कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, कस्तूरबा अस्पताल मणिपाल और इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैलिएटिव केयर शामिल हैं। इनकी सहायता से प्रशिक्षित पैलिएटिव मेडिसिन चिकित्सकों, नर्सों, मनोवैज्ञानिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य सहयोगी दलों द्वारा विशेष पैलिएटिव देखभाल प्रदान की जाएगी। साथ ही, कई कॉर्पोरेट्स और गैर-लाभकारी संगठनों द्वारा इसके वित्तीय योगदान में सहायता दी जाएगी।
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मात्र 4.5 किलोमीटर और एनएच-66 से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, मणिपाल हॉस्पिस और विश्रांति केंद्र (MHRC) शांत स्वर्णा नदी के किनारे बसे 12 एकड़ के हरे-भरे परिसर में बनाया गया है।
इस अवसर पर MAHE के प्रो-चांसलर डॉ. एच. एस. बल्लाल ने कहा, “हमारी प्रतिबद्धता हमेशा शिक्षा और अनुसंधान से आगे बढ़कर सहानुभूति, गरिमा और मानवता के मूल्यों को अपनाने तक रही है। इस अनूठी सुविधा को बनाने का विचार चिकित्सा उत्कृष्टता को एक पोषक वातावरण के साथ जोड़ते हुए जीवन-सीमा वाली स्थितियों का सामना कर रहे लोगों के लिए करुणा और रोगी-केंद्रित देखभाल का एक इकोसिस्टम प्रदान करना है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह केंद्र न केवल शारीरिक देखभाल बल्कि भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण को भी पोषित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो हमारे इस विश्वास को दर्शाता है कि उपचार केवल बीमारी तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि पूरे व्यक्ति को गले लगाना चाहिए।”
लॉन्च से पहले अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी के वाइस चांसलर, लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) एम. डी. वेंकटेश, वीएसएम (सेवानिवृत्त) ने कहा, “MHRC एक ऐतिहासिक पहल है जो हमारी विशेषीकृत, सहानुभूतिपूर्ण और अकादमिक रूप से आधारित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की मिशन को आगे बढ़ाती है। भारत में यह एकमात्र ऐसा हॉस्पिस है जो एक मेडिकल कॉलेज और एक तृतीयक अस्पताल दोनों से संबद्ध है, जिससे यह उन्नत पैलिएटिव देखभाल प्रदान करने के साथ-साथ भविष्य के देखभालकर्ताओं के प्रशिक्षण का भी केंद्र बनेगा। इस उच्च प्रभाव वाली पहल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सभी सेवाएं रोगियों और उनके परिवारों को पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।”
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