सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को दीघा में नवनिर्मित श्रीजगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर राजनीतिक सौजन्यता की नई मिसाल पेश की। इस भव्य धार्मिक समारोह में उन्होंने विपक्ष के प्रमुख नेताओं को भी आमंत्रित कर समावेशी राजनीति का संदेश दिया। आमंत्रित नेताओं में भाजपा के दिलीप घोष, शुभेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार, वाममोर्चा अध्यक्ष विमान बोस, वाम नेता रबींद्र देव और कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार शाम को स्वयं महायज्ञ में पूर्णाहुति दी और आरती कर धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया। मंदिर में सोमवार से ही पूजा-पाठ और यज्ञ प्रारंभ हो चुके थे। मंगलवार को विशेष विश्वशांति महायज्ञ में 100 क्विंटल आम व बेल की लकड़ी और दो क्विंटल घी अर्पित किया गया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य के मंत्री अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य, सुजीत बोस, पुलक राय और स्नेहाशीस चक्रवर्ती कार्यक्रम की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। उद्योग, कला, शिक्षा और राजनीति क्षेत्र की कई प्रमुख हस्तियां भी समारोह में शामिल हो रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आमंत्रित कर एक सकारात्मक राजनीतिक संस्कृति को बढ़ावा दिया है। उन्होंने यह भी स्मरण कराया कि मंदिर निर्माण के प्रारंभिक चरण में शुभेंदु अधिकारी स्वयं ममता बनर्जी के साथ थे।
यह पहल धार्मिक एकता और राजनीतिक परिपक्वता की दिशा में एक प्रेरक कदम मानी जा रही है।
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