सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश के 3-4 लाख डिग्रीधारी और डिप्लोमा धारी बेरोजगार इंजीनियर, जो प्रदेश में ESB (पूर्व में व्यापम) द्वारा आयोजित उपयंत्री (सब इंजीनियर) भर्ती परीक्षा में हिस्सा लेते हैं, वर्तमान में निराशाजनक स्थिति का सामना कर रहे हैं। ESB द्वारा उपयंत्री भर्ती परीक्षा-2024 के लिए विज्ञापन जारी किया गया है, जिसमें कुल 283 पदों में से सिविल इंजीनियर के केवल 21 सामान्य पद हैं। अधिकांश पद दिव्यांग और संविदा कर्मियों के लिए आरक्षित किए गए हैं, जो कि एक सराहनीय कदम है, लेकिन सामान्य/ओपन उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त नहीं है।
मध्यप्रदेश सरकार और ESB द्वारा सामान्य छात्र-छात्राओं के साथ किए जा रहे अन्याय और शोषण के खिलाफ हमारी आपत्ति है। छात्रों का शैक्षणिक शोषण, प्रायवेट कोचिंग संस्थानों का आर्थिक शोषण, और समाज के विभिन्न स्तरों पर असमाजिक तानों का सामना करते हुए छात्रों का मनोबल टूट रहा है।
मध्यप्रदेश में विभिन्न विभागों में सिविल इंजीनियर के लिए 6 विभागों में कुल 148 पद निकाले गए हैं, जिनमें से अधिकांश पद दिव्यांग और संविदा कर्मियों के लिए आरक्षित हैं। सामान्य छात्र-छात्राओं के लिए केवल 21 पद ही उपलब्ध हैं, जो कि अपर्याप्त है। विभिन्न विभागों जैसे PWD, PHE, WRD, UADD, आदि में भी रिक्त पद एवं बैकलॉग पद भरे जाने की आवश्यकता है।
हमारा निवेदन है कि सभी महत्वपूर्ण विभागों में रिक्तियों को बढ़ाया जाए और बैकलॉग पदों को शीघ्रता से भरा जाए, ताकि योग्य उम्मीदवारों को रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिल सके। विशेष रूप से PHE और PWD विभाग में सामान्य/ओपन उम्मीदवारों को भी आवेदन करने की अनुमति दी जाए।
आपसे अनुरोध है कि हमारे निवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें और शीघ्र ही उचित कदम उठाएं। आपके इस निर्णय से हजारों योग्य उम्मीदवारों का भविष्य उज्ज्वल हो सकेगा।