सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: अब कार, पर्सनल या होम लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेमेंट ऐप UPI की तरह ही एक यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) प्लेटफॉर्म की घोषणा की है, जिससे लोन की प्रक्रिया को आसान और तेज बनाया जा सकेगा।

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि अगस्त 2023 में इस तकनीकी प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था, जिसमें किसान क्रेडिट कार्ड लोन, डेयरी लोन, MSME लोन, पर्सनल लोन और होम लोन पर फोकस किया गया। अब ULI प्लेटफॉर्म के जरिए लोन के प्रोसेसिंग टाइम को कम किया जाएगा और पेपरवर्क को भी आसान बनाया जाएगा।

ULI कैसे करेगा काम?

यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) लोन के प्रोसेस को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह AADHAAR, ई-KYC, राज्य सरकार के लैंड रिकॉर्ड, पैन वैलिडेशन और अकाउंट एग्रीगेटर जैसी विभिन्न सोर्सेज से डेटा कलेक्ट करेगा। इसके अलावा, इसे डेयरी सहकारी समितियों के दूध के डेटा और घर या संपत्ति सर्च डेटा जैसी सर्विसेज के साथ भी लिंक किया जाएगा।

UPI की सफलता से प्रेरित

ULI की घोषणा करते हुए शक्तिकांत दास ने UPI की सफलता को याद किया, जिसे अप्रैल 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा लॉन्च किया गया था। अपने 8 साल के सफर में UPI ने वित्तीय लेनदेन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। जुलाई 2024 में UPI के माध्यम से 1,444 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए, जिसमें 20.64 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई।

UPI की तरह आसान होगा लोन लेना

जैसे UPI ने पेमेंट्स को आसान और सुरक्षित बनाया, वैसे ही ULI ऐप लोन प्रोसेस को सरल और तेज बनाएगा। ULI ऐप के माध्यम से मिनटों में लोन के लिए आवेदन किया जा सकेगा, जिससे ग्राहकों को लंबे इंतजार और बैंकों के चक्कर से छुटकारा मिलेगा।