आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बॉलीवुड एक्टर सनी देओल की इमेज हमेशा से ही शांत स्वभाव वाले शख्स की रही है। हालांकि, हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सनी ने अपने कुछ ऐसे किस्सों का जिक्र किया जिनके बारे में बताकर उन्होंने खुद को बदनाम बेटा कहा है।
सनी ने बताया कि उन्होंने 12 साल की उम्र में पहली बार घर वालों से छुपकर कार चलाई थी और कॉलेज के दिनों में वो राह चलते लोगों को उकसाकर उनके साथ कार रेस लगाया करते थे।
इतना ही नहीं सनी ने यह भी बताया कि एक दौर में वो अपनी कार में तलवारें, हॉकी स्टिक और मेटल रॉड लेकर चला करते थे, क्योंकि आए दिन उनका लोगों से झगड़ा हो जाता था।
कई एक्सीडेंट में हुआ टोटल लॉस
The Mashable को दिए एक इंटरव्यू में सनी ने अपने यूथ टाइम का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वो हमेशा से कारों के शौकीन रहे हैं।
वो लोगों के साथ बीच सड़क पर रेस लगाया करते थे और कई बार एक्सीडेंट में उनकी कार का टोटल लॉस भी हुआ है। इस इंटरव्यू के दौरान सनी के छोटे बेटे राजवीर भी उनके साथ मौजूद थे।
पापा की कार उठाकर चुप-चाप निकल जाता था
सनी ने कहा, ‘मैं बचपन से ही कारों के लिए क्रेजी थी। मैंने मात्र 12 साल की उम्र में ही कार चलाना शुरू कर दी थी। पहले ड्राइवर की गोदी में जबरदस्ती बैठकर कार चलाता था और फिर जब बड़ा हो गया तो चुपके से पापा के कलेक्शन से कोई भी कार उठाकर निकल जाता था।’
उस जमाने में गैंगवॉर हुआ करते थे
सनी ने आगे कहा, ‘कॉलेज टाइम में मेरी बहुत फाइट हुई हैं। एक दौर में मैं अपनी कार में तलवारें, हॉकी स्टिक और मेटल रॉड लेकर चला करता था क्योंकि आए दिन मेरा लोगों से झगड़ा हो जाता था।
उस जमाने में गैंगवॉर बहुत हुआ करते थे। इसी बात को लेकर झगड़ा हो जाता था कि सामने वाला मुझे घूर क्यों रहा है। हम ऐसे ही लोगों को रोड पर उकसाकर रेस लगाते थे। हमने कुछ इसी तरह की लाइफ जी है।’
वर्कफ्रंट की बात करें तो गदर-2 की सफलता के बाद सनी के पास बैक टु बैक कई फिल्में हैं। वे लाहौर 1947 और बॉर्डर 2 पर जल्द काम शुरू करेंगे। इसके अलावा भी कई फिल्मों को लेकर वो चर्चा में हैं।