भोपाल ।  भाजपा की फायरब्रांड नेत्री साध्वी उमा भारती के बाद अब भोपाल क्षेत्र से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भी प्रदेश में शराब बंदी की मांग दोहराते हुए कहा कि इससे कई घर बरबाद हो रहे हैं, शराब बंद होना चाहिए। इसमें राजनीति नहीं होना चाहिए। रवींद्र भवन में अहिरवार समाज की ओर से आयोजित संत रविदास जयंती के कार्यक्रम में पहुंचीं साध्वी ने कहा कि शराब से कई लोगों की जान जा रही है। साध्वी ने कहा कि कुछ दिनों पहले शराबबंदी का समर्थन किया। अधिक मात्रा में शराब लेना विष बताया। कम मात्रा में सेवन करना अमृत बताया तो कांग्रेसियों ने विरोध किया। बंगले पर शराब की बोतल लेकर पहुंच गए।

ऐसे कांग्रेसियों को शर्म आनी चाहिए। कांग्रेसी भगवा को पहले ही आंतकवाद कहकर पाप कर चुके हैं। कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के लिए भाजपा के लोग चल पड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। भाजपा द्वारा किए गए विकास, उन्नति को जनता पहचान रही है। कांग्रेसी शराब बांटते रहेंगे। कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना है। संत रविदास जयंती पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अहिरवार समाज की पत्रिका जागृति का विमोचन भी किया।

समाज के पदाधिकारियों ने भवन के लिए जमीन की मांग सांसद प्रज्ञा ठाकुर के समक्ष रखी। वार्ड-27 में संत रविदास मंदिर का जीर्णोंद्वार कार्य के लिए आर्थिक मदद करने की मांग गई। इस पर सांसद ने जल्द पूरा करने का भरोसा दिया। संत रविदास की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। बता दें कि कुछ दिनों पहले सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराबबंदी के संकल्प का समर्थन किया था। अब एक बार फिर से सांसद साध्वी ने शराबबंदी की बात कही है। इस पर कांग्रेसियों ने फिर से साध्वी को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेसियों का कहना है कि एक तरफ साध्वी शराब को औषधि बताती हैं और दूसरी ओर शराबबंदी की मांग करती हैं।

भारत में हिजाब की जरूरत नहीं: उधर राजधानी के भेल बरखेड़ा श्रीराम मंदिर प्रांगण में बुधवार माघ पूर्णिमा पर सनातन महापंचायत के कार्यक्रम में सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हिजाब को लेकर खुलकर अपनी बात रखी। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत की संस्कृति है कि नारी की पूजा की जाती है। हमारे यहां जब देवताओं को दुष्टों को मारने के लिए आवश्यकता पड़ती है, तब देवी की आव्हान किया जाता है।

नारी का स्थान सर्वोपरि है, मा, पत्नी, बेटी सभी पूजनीय हैं। भारत में हिजाब पहनने की जरूरत नहीं हैं, जहां नारी पूज्य है। ऐसे देश में हिजाब पहनने की जरूरत नहीं हैं। साध्वी ने बिना किसी धर्म का नाम लिए कहा कि इनकी महिलाएं जो हिजाब पहनती हैं, उन्हें खुद तय करना होगा कि कहां हिजाब पहनना हैं। पर्दा किससे करना चाहिए, जो हमारे ऊपर गलत दृष्‍टि रखता है। उसी से पर्दा करना चाहिए, क्योंकि उनकी महिलाएं घरों में ही सुरक्षित नहीं हैं। हिन्दू धर्म में नारी की पूजा होती है, इसलिए वो पर्दा नहीं करती हैं। यहां नारी की पूजा होती है, वहीं सनातन होता है। हमारे गुरुकुल होते हैं, उनका एक अनुशासन होता है। सनातन धर्म में पुन: जन्म लेते हैं। शरीर मृत होता है और आत्मा अमर है।