नई दिल्ली । भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी कानून वापस लेने का अनुरोध किया है। शराबबंदी सुंदर कार्य है। यह होना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने बिहार की 13 करोड़ जनता के हित के लिए सोचा था। लेकिन रक्षक ही भक्षक बना हुआ है। रखवाले ही चोर बने हुए हैं। इस कारण इंजीनियरिंग और मेडिकल में पढ़ने वाले छात्र-नौजवान जेल जा रहे हैं, बेचने वाला नहीं जा रहा है।

बचौल ने आगे कहा कि माफिया नहीं जा रहा है। जिस तरह के लोग पकड़े जा रहे हैं, वह बड़ा ही चिंतनीय है। इसलिए जिस तरह कृषि कानून वापस हुआ, नीतीश जी से निवेदन करूंगा कि शराबबंदी कानून भी वापस हो। पांच गुने दाम पर शराब बेची जाए, नहीं तो कोई न कोई रास्ता निकाला जाए। एक तरफ शराब मामले में लाखों परिवार केस लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस धंधे में लोग अरबपति बन गये।

पुलिस से लेकर रखवाले तक इसमें संलग्न हैं, इसलिए मुख्यमंत्री जी से निवेदन करता हूं कि इसको वापस ले लें। राज्यभर में शराबबंदी के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। पुलिस ने विभिन्न जिलों में पिछले एक सप्ताह में शराबबंदी कानून के उल्लंघन से जुड़े 822 मामले दर्ज करते हुए 903 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान शराब बनाने वाली 19 भट्ठियों को ध्वस्त किया गया और 46 हजार 449 लीटर देसी-विदेशी शराब जब्त की गई। बीते एक सप्ताह में शराब की सबसे बड़ी बरामदगी औरंगाबाद के ओबरा में हुई।

वहां 16 नवंबर को कंटेनर में छिपाकर ले जा रही 5978 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई थी। इसके अलावा सुपौल के पिपरा थाना क्षेत्र से 3028 लीटर, समस्तीपुर में यूपी के नंबर वाले ट्रक से 5413 लीटर, कैमूर के मोहनियां से 2367 लीटर और बेगूसराय के बखरी में एक ट्रक से 2964 लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। इसके अलावा बगहा के रामनगर से 105 गैलन में रखी 4200 लीटर स्प्रिट पकड़ी गई।

पिछले एक सप्ताह में पटना, भागलपुर, खगड़िया, रोहतास, पूर्णिया, लखीसराय, वैशाली, शिवहर, सहरसा, मधुबनी, बांका, जमुई, सीवान, गया, गोपालगंज, नवादा और रेल पुलिस जिला जमालपुर व कटिहार से भी शराब बरामद की गई है।