छिंदवाड़ा । लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ का चक्कर लगाने से आवेदको को मुक्ति मिल गई है। सोमवार को अपर कलेक्टर रानी बाटड़ और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उइके की मौजूदगी में आरटीओ सुनील कुमार शुक्ला ने ऑनलाइन लाइसेंस सुविधा की शुरूआत कर दी है। नई व्यवस्था को याद गार बनाने के लिए आरटीओ द्वारा कार्यालय परसिर में पौध रोपण भी कराया गया। इस अवसर पर डीएसपी यातायात सुदेश सिंह, राष्ट्रीय सूचना केंद्र के कपिल चौबे,स्मार्ट चिप से सूर्यप्रताप सिंह,वाहन जांच दल प्रभारी कैलाश भलावी सहित अन्य कर्मी मौजूद थे। ध्यान रहें कि ऑनलाइन लाइसेंस की यह सेवा एक अप्रैल से पूरे प्रदेश में लागू किया जाना था। लाकडाउन लगने से इसकी शुरुआत नहीं हो सकी थी। परिवहन अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन लाइसेंस के बाद सितंबर से नाम ट्रांसफर, डुप्लीकेट और रिन्यूअल लाइसेंस के लिए भी इसी व्यवस्था को लागू किया जाएगा। जिन लोगों ने अगस्त के लर्निंग लाइसेंस के अपाइंटमेंट ले रखे हैं, उन्हें आरटीओ आना होगा, नए अपाइंटमेंट आनलाइन ही लिए जाएंगे।
व्यवस्था कम करेगी भीड
आरटीओ के अनुसार आवेदक अपने साथ एक व्यक्ति लेकर ही आता है। वहीं उसके साथ एजेंट भी होता है, दिनभर में अगर 200 से 300 लर्निंग लाइसेंस भी बनते हैं ऐसे में तीन गुना लोग कार्यालय में पहुंचते हैं, इससे भीड लगती है। नई व्यवस्था लागु होने से भीड की समस्या भी कम होगी। आरटीओ ने बताया कि नई व्यवस्था लागु होने से अधिकांश काम पेपर लेश होंगे।
अभी यह है व्यवस्था
अभी आवेदक को परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है। इसमें तय समय पर आरटीओ पहुंचने के बाद टैबलेट पर टेस्ट देना होता है। पास होने वाले आवेदक को आधे घंटे में लाइसेंस मिल जाता है। एक माह बाद वह पक्के लाइसेंस के लिए आवेदन कर ट्रायल देकर लाइसेंस बनवा सकता है।
ऐसे कर सकते है आवेदन
आरटीओ ने बताया कि आवेदक को वेबसाइट पर आवेदन करेगा। यहां दो विकल्प दिखेंगे। यदि आधार कार्ड से लाइसेंस बनवाना चाहते हैं, तो उसका नंबर डालते ही उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी डालते ही सिस्टम आधार कार्ड के डाटा को ले लेगा, जिससे पूरी जानकारी सामने आ जाएगी। इसे कन्फर्म करते ही भुगतान का विकल्प आएगा। यह पूरा होते ही ओटीपी आएगा। जिसे डालकर आवेदक परीक्षा दे सकेगा। 10 में से छह सवालों के सही जवाब देने पर आवेदक पास हो जाएगा। जिसके पास आधार कार्ड नहीं है, उसे अन्य दस्तावेज और जानकारी खुद अपलोड करनी होगी। पक्के लाइसेंस के समय उन्हें असली दस्तावेज दिखाने होंगे।