सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: जोया अख्तर की बहुचर्चित फिल्म ‘लापता लेडीज़’ से ऑस्कर 2025 के लिए भारत को बड़ी उम्मीदें थीं। यह फिल्म अपनी कहानी और निर्देशन के लिए खूब सराही गई थी। लेकिन अब यह फिल्म ऑस्कर की रेस से बाहर हो चुकी है।
प्रमोशन और बजट बने रुकावट?
फिल्म की ऑस्कर रेस से बाहर होने की वजह पर चर्चा जोरों पर है। माना जा रहा है कि कम बजट और प्रमोशन की कमी इसकी सबसे बड़ी कमजोरियां बनीं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए फिल्मों को बेहतर प्रचार और रणनीतियों की जरूरत होती है, जो शायद इस फिल्म के साथ पूरी नहीं हो पाई।
संतोष सिवन की ‘संतोष’ ने बनाई जगह
जहां ‘लापता लेडीज़’ का सफर यही खत्म हो गया, वहीं दूसरी ओर, संतोष सिवन की फिल्म ‘संतोष’ ने बाजी मार ली है। इस फिल्म ने ऑस्कर की रेस में जगह बना ली है, जिससे भारतीय सिनेमा को नई उम्मीदें हैं।
फैंस के बीच मायूसी
‘लापता लेडीज़’ के ऑस्कर रेस से बाहर होने से फैंस निराश हैं। उनका मानना है कि यह फिल्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक बेहतरीन दावेदार थी।
क्या है भविष्य?
अब सवाल यह है कि क्या ‘संतोष’ फिल्म भारत का नाम ऑस्कर में ऊंचा कर पाएगी? और क्या ‘लापता लेडीज़’ जैसी फिल्मों को आगे बेहतर प्रमोशन और सपोर्ट मिल पाएगा?
आपकी क्या राय है?
क्या ‘लापता लेडीज़’ के साथ न्याय हुआ या यह भारत की एक और अनदेखी कहानी बनकर रह गई?