सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के मामले को लेकर चल रहे प्रदर्शन में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। बुधवार को डॉक्टरों और बंगाल सरकार के बीच ढाई घंटे चली बैठक में कोई समाधान नहीं निकला, जिसके बाद डॉक्टरों ने असंतोष व्यक्त किया।
डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं। वे कोलकाता के स्वास्थ्य भवन के सामने पिछले नौ दिनों से डटे हुए हैं, जबकि उनका प्रदर्शन 40 दिनों से चल रहा है। बैठक के दौरान, डॉक्टरों ने सरकार से मांग की थी कि बैठक का लिखित विवरण (मिनट्स ऑफ मीटिंग) दिया जाए, लेकिन सरकार ने इस पर सहमति नहीं जताई।
सीबीआई ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट अंजन अधिकारी से पूछताछ की है। उन्हें टीएमसी विधायक सुदीप्त रॉय के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया गया था। इससे पहले, ममता बनर्जी ने 16 सितंबर को डॉक्टरों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने कुछ मांगें मान ली थीं। लेकिन डॉक्टर स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम के हटने की मांग पर अड़े हुए हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे। एक डॉक्टर ने कहा, “हमें प्रदर्शन जारी रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है।”
इस बीच, सीबीआई ने जानकारी दी कि पुलिस ने मामले के सबूत एकत्र करने में देरी की। सीबीआई का कहना है कि आरोपी संजय कपड़े समेत अन्य सामग्री को जब्त करने में दो दिन लग गए, जो कि केस के लिए महत्वपूर्ण हो सकते थे।
विक्टिम के पिता ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि अगर उन्होंने 2021 में संदीप घोष के खिलाफ कार्रवाई की होती, तो उनकी बेटी जिंदा होती।
इस मामले में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, और डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहने की संभावना है।