सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बजट एयरलाइन्स कंपनी इंडिगो ने 15 अगस्त और उसके बाद पड़ने वाले रक्षाबंधन त्योहार के लिए किराए में कमी कर दी है। लो-फेयर स्कीम के तहत फिलहाल की स्थिति में टिकट बुक करने पर इसका लाभ लिया जा सकता है। लो फेयर स्कीम के तहत दिल्ली, अहमदाबाद, रायपुर और बेंगलुरु की ट्रेनों के एसी 1क्लास के किराए से एयर​ टिकट कम का पड़ रहा है। विशेष रूप से दिल्ली-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस के किराए से यहां का हवाई किराया कम लग रहा है। वहीं, अन्य स्थानों के लिए जो किराया हवाई यात्रा का लग रहा है, वह आम दिनों के मुकाबले 15 फीसदी तक कम है। साथ ही उन स्थानों के लिए सामान्य मेल-एक्सप्रेस किराए की एसी-1 श्रेणी से कुछ ही ज्यादा है।

कोलार सिक्सलेन के किनारे बनाए जा रहे नाले के स्थान पर आरसीसी का स्लैब डालकर पक्का निर्माण किया जा रहा है। मामला चूनाभट्टी चौराहा स्थित काली मंदिर के पास का है। आसपास के दुकानदार और रहवासियों ने इसकी लिखित शिकायत क्षेत्रीय एसडीएम और पीडब्ल्यूडी के अलावा नगर निगम, पुलिस थाने में भी की है। रहवासियों का कहना है कि कुछ लोगों के दबाव में यहां नाले के मोड़ दिया गया है। नाले के स्थान पर पक्का स्लैब डालकर निर्माण किया जा रहा है। शिकायत के बाद भी निर्माण कार्य जारी है। ऐसे में जिम्मेदारों की मिलीभगत की आशंका है।

दरअसल कोलार सिक्सलेन प्रोजेक्ट में सड़क किनारे नाला निर्माण किया जा रहा है। लेकिन मंदिर के सामने वाले हिस्से में नाला डायवर्ट कर सड़क क्रॉस कराकर दूसरी ओर कर दिया गया है। इसके लिए सड़क के नीचे दो फीट के पाइप डाले गए हैं। आशंका है कि चूनाभट्टी चौराहा, नेहरू नगर की ओर से आने वाली सड़क और आसपास के क्षेत्र का बरसाती पानी आएगा तो नाली नाकाफी साबित होगी। शिकायत के बाद जिला प्रशासन की टीम ने शनिवार को मौका मुआयना किया। पाया गया कि निर्माण गलत तरीके से किया जा रहा है। अधिकारियों ने तोड़े जाने की बात कही है।

इसलिए भी होगी परेशानी
रहवासियों की मानें तो जिस हिस्से में पक्का स्लैब डालकर पिलर खड़े किए जा रहे हैं उसके ठीक नीचे चूनाभट्टी इलाके में पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पानी की पाइप लाइन गुजरी है। पानी की पाइप लाइन पर इसका भार भी आएगा। भविष्य में पाइप में लीकेज हुआ तो पक्का निर्माण होने के कारण सुधार कार्य करना भी मुश्किल होगा।

पक्का निर्माण नहीं होना चाहिए था
टीम को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मंगाई गई है। इसमें पता चला कि पक्का निर्माण नहीं होना चाहिए था। ऐसे में कार्रवाई की जाएगी।