आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतक की बराबरी की। मैच के बाद प्रेस वार्ता में रवींद्र जडेजा ने कोहली के सचिन के वनडे शतक की बराबरी पर पूछे गए सवाल पर मजाकिया लहजे में कहा, 49 या 50 जो भी है, घी थाली में ही गिर रहा है, अच्छा है। वर्ल्ड कप भारत में हो रहा है। रिकॉर्ड बनते रहना हमारे लिए अच्छा है। नजर मत लगाना।

उन्होंने कहा कि ईडन गार्डन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगाए शतक खास होगा, क्योंकि इस पिच पर 260 रन का स्कोर भी ठीक होता। ऐसे समय में स्ट्राइक रोटेट करना, बाउंड्री लगाना और नाबाद रहना बहुत बड़ी उपलब्धि है।

इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत ने 5 विकेट पर 326 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीका सिर्फ 83 रन ही बना सकी। इस तरह भारत ने मैच को 243 रन से जीत लिया। इस मैच में जडेजा ने 15 गेंदों में नाबाद 29 रन बनाने के साथ ही 3.66 की इकोनॉमी रेट से 5 विकेट लिए।

मैच के बाद जडेजा ने अपने प्रदर्शन पर कहा, ‘यह अच्छी बात है कि मैं बल्ले और गेंद दोनों से महत्वपूर्ण मैच में योगदान दे पा रहा हूं।’

जडेजा ने एक सवाल के जबाब में कह कि यह अच्छी बात है कि हमने सारे मैच एकतरफा जीते हैं। नॉकआउट से पहले इस तरह का प्रदर्शन बहुत अच्छा है। इससे विरोधी टीम मनोवैज्ञानिक दबाब में रहेगी। हम मैच दर मैच रणनीति बनाते हैं। नॉकआउट राउंड अहम है, लेकिन टीम हर विभाग में एक यूनिट के रूप में अच्छा खेल रही है। हम इसे आगे भी जारी रखेंगे।

पेसर्स ने चीजें आसान कर दीं

जडेजा ने कहा कि अफ्रीकी गेंदबाजी के दौरान गेंद ज्यादा टर्न हो रही थी। वहां बाद में बल्लेबाजी करना आसान था। हम इसके लिए तैयार थे। विराट और मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने धीमे और कम उछाल वाले विकेट पर अच्छी बल्लेबाजी की। हमारे तीनों फास्ट बॉलरों ने अच्छा किया। शुरुआत में वह विकेट लेकर विरोधी टीम पर दबाव बना देते हैं। इससे स्पिन गेंदबाजों के लिए काम आसान हो जाता है।

टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी के फैसले के बारे में खुलासा करते हुए, कि यह हमारी रणनीति का हिस्सा था। हम खुद को चुनौती देना चाहते हैं। पहले बल्लेबाजी के दौरान टर्न बहुत मिल रहा था। हम बाद में ओस के साथ गेंदबाजी की चुनौती का सामना करना चाहते थे, ताकि नॉकआउट में ऐसे हालात होने पर तैयार रहें।