भोपाल। खरगोन जिले के बिस्टान थाने में आदिवासी युवक की पिटाई से मौत के मामले में राज्य सरकार ने एसपी को हटा दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह एसपी को हटाने की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिस्टान थाने में बिसन आदिवासी की मौत के मामले में पहले ही पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिस्टान घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना को गंभीरता से लिया जाता है। इस मामले में बिस्टान थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस कर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि 31 अगस्त को बिस्टान थाना पुलिस ने खैरकुड़ी गांव के आदिवासी युवक बिसन जांच के लिए बुलाया था। थाने में उसके साथ मारपीट की गई। उसे खाना नहीं दिया गया। परिजनों को भी खाना देने से रोका गया। 6 और 7 सितम्बर की दरम्यानी रात को उसकी मौत हो गई। इस घटना की जांच के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने जांच समिति का गठन किया। कांग्रेस ने एक करोड़ का मुआवजा और सीबीआई जांच की मांग की है।
नीमच मामले में भी सरकार सख्त
नीमच में पिछले दिनों दबंगों द्वारा चोरी की शक में आदिवासी युवक को गाड़ी से बांधकर घसीटने और मारपीट कर हत्या करने के मामले में भी सरकार ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ पहले ही सख्त कार्रवाई की जा चुकी है। सरकार कन्हैया लाल के मकान बनाकर देगी। उसके भाईयों दो-दो लाख की सहायता दी जाएगी। सरकार परिवार की चिंता करेगी। उसके बेटे का लालन-पालन और शिक्षा की व्यवस्था सरकार करेगी।