सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भाषण देते समय भड़क उठे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर से कहा कि चुप बैठ, तेरा बाप भी मेरा साथी था। तू क्या बात करता है।
विवाद बढ़ता देख चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने दोनों से शांत रहने को कहा। और कहा-चंद्रशेखर देश के बड़े नेताओं में से एक हैं। इसलिए अपना बयान वापस लें।
दरअसल, खड़गे 3 फरवरी को बजट सत्र के तीसरे दिन बहस के दौरान वे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में हुई गिरावट पर बोल रहे थे, तभी शेखर ने उन्हें बीच में टोक दिया।
नीरज शेखर ने उन्हें बीच में टोक दिया था। इस पर खड़गे ने उन्हें याद दिलाया कि वे उनके पिता के समकालीन हैं, इसलिए नीरज उन्हें टोकें नहीं।
चेयरमैन ने टोका तो बोले- हम दोनों साथ गिरफ्तार हुए थे
धनखड़ के हस्तक्षेप के बाद खड़गे ने कहा कि उन दोनों को एक साथ गिरफ्तार किया गया था। इसलिए उन्होंने कहा था कि उनके पिता खड़गे के साथी हैं। इसके बाद धनखड़ ने उनसे- “आप कह रहे हैं ‘तेरा बाप’, क्या हम इस अभिव्यक्ति को प्रमाणित कर सकते हैं? आप एक अन्य माननीय सदस्य को कह रहे हैं ‘तेरा बाप’, हमें चंद्रशेखर के प्रति सम्मान रखना चाहिए। कृपया, अपना बयान वापस लें।”
कौन हैं नीरज शेखर, जिन्हें खड़गे ने डांटा

समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद नीरज शेखर 2019 में भाजपा में शामिल हो गए। उनके पिता चंद्रशेखर को देश के इतिहास में सबसे बड़े समाजवादी नेताओं में से एक माना जाता है और उन्होंने अक्टूबर 1990 से जून 1991 तक छह महीने तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
खड़गे बोले- मैंने कभी किसी का अपमान नहीं किया
खड़गे ने चेयरमैन को टोकते हुए कहा- किसी का अपमान करना मेरी आदत नहीं है। इसके बाद उन्होंने भाजपा पर पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- “किसी ने कहा कि वे नहाते समय रेनकोट पहनते हैं, किसी ने कहा कि वे बात नहीं करते, किसी ने कहा कि वे सरकार नहीं चला सकते। उन्होंने ऐसी अपमानजनक बातें कीं, लेकिन उन्होंने उन्हें सहन किया और देशहित में चुप रहे। उन्हें मौनी बाबा कहा जाता था। लोगों का अपमान करने की यह आदत उनकी है, हम ही अपमान सहते हैं।”
कुंभ में भगदड़ पर भी दिया था विवादित बयान
खड़गे ने महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों को लेकर भी विवादित बयान दिया था। खड़गे ने कहा था- 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए हजारों लोगों को मेरी श्रद्धांजलि। धनखड़ ने उन्हें बयान वापस लेने को कहा था।
जवाब में खड़गे ने कहा कि, ‘यह मेरा अनुमान है। अगर आंकड़े सही नहीं हैं तो सरकार बताए, कितने लोग मारे गए। अगर मैं गलत हुआ तो मैं माफी मांगूंगा।’
#खड़गे #राज्यसभा #धनखड़ #संसदविवाद #राजनीति