सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, योग न केवल शरीर बल्कि मस्तिष्क के लिए भी अत्यंत फायदेमंद होता है। विभिन्न बीमारियों से बचाव और उपचार में योग का महत्व बढ़ता जा रहा है। नियमित योगासन से शरीर को लचीला बनाया जा सकता है, मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाई जा सकती है और अतिरिक्त वसा को घटाया जा सकता है। विशेषकर खाने के बाद सही योगासन का अभ्यास पाचन क्रिया को सुधारने में मददगार साबित होता है।

खाने के बाद पाचन में मदद के लिए ये योगासन करें।

नमस्कार दोस्तों! आज हम जानेंगे तीन आसान योगासन, जो खाने के बाद पाचन में मदद कर सकते हैं। पाचन क्रिया के सही संचालन से न केवल भोजन का सही अवशोषण होता है बल्कि शरीर में ऊर्जा का संचार भी सुचारू रूप से होता है। आइए, जानते हैं उन तीन असरदार योगासनों के बारे में:

1. वज्रासन

वज्रासन एक अत्यंत प्रभावी आसन है जो खाने के बाद किया जा सकता है।
“खाने के बाद वज्रासन में बैठें, इससे पेट और पाचन तंत्र को राहत मिलती है।”
इस आसन से पेट में भरी हुई भावना कम होती है और पाचन तंत्र को आराम मिलता है। वज्रासन करने के लिए सीधे बैठें, पैरों को एक साथ जोड़ें और शरीर को स्थिर रखें। इस स्थिति में कुछ समय तक बैठने से पाचन क्रिया में सुधार आता है।

2. गोमुखासन

गोमुखासन से रीढ़ और पेट की मांसपेशियों को खिंचाव मिलता है, जो पाचन में सहायक है।
“गोमुखासन से रीढ़ और पेट की मांसपेशियों को खिंचाव मिलता है, जो पाचन में सहायक है।”
इस आसन के लिए, चेहरे को नीचे की ओर झुकाएं और मुँह को बिल्ली के मुख की तरह बनाएं। रीढ़ को लचीला रखने के लिए धीरे-धीरे सांस लेते हुए इस मुद्रा में रहें। गोमुखासन से पेट की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और पाचन क्रिया बेहतर होती है।

3. धनुरासन

धनुरासन पाचन अंगों को सक्रिय करता है और खाने के बाद आराम देता है।
“धनुरासन पाचन अंगों को सक्रिय करता है और खाने के बाद आराम देता है।”
इस आसन में, पेट को खोलने के लिए शरीर को आगे की ओर झुकाएं और हाथों से पैर को पकड़ें। धनुरासन से पेट की मांसपेशियों में लचीलापन आता है और पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह आसन करने से शरीर में ऊर्जा का संचार भी बेहतर होता है।

तो ये थे पाचन के लिए तीन आसान योगासन। अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हो, तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और कमेंट्स में अपनी राय दें। अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें और स्वस्थ जीवन के लिए योग का नियमित अभ्यास जारी रखें।