सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, भोपाल परिसर, भोपाल, मध्यप्रदेश के शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 में दिनांक 02.10.2024 तक दीक्षारम्भ कार्यक्रम का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण एवं सरस्वती पूजन से हुआ । वस्तुतः यह दीक्षारम्भ कार्यक्रम परिसर स्तर पर 15 दिनों तक संचालित किया जाएगा। जिसमें दिनांक 19.09.2024 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी ने परिसरीय शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा के छात्र-छात्राओं की दीक्षित किया ।
दीक्षारम्भ कार्यक्रम में कुलपति ने भारतीय ज्ञान परम्परा का उल्लेख करते हुए समस्त छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य हेतु मंगलकामना प्रदान किया । साथ ही भोपाल परिसर के निदेशक रमाकान्त पाण्डेय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में नामांकित छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन एवं शुभाशीर्वचन प्रदान किया ।
साथ ही राजा भोज की नगरी विद्वानों की नगरी है एवं भोपाल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व में विस्तृत चर्चा किया । छात्र-छात्राओं को संस्कृत साहित्य का इतिहास पढ़ने के लिए प्रेरित किया । शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा के अध्यक्ष एवं परिसर के सह- निदेशक नीलाभ तिवारी ने चतुर्वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा (ITEP) एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सन्दर्भ में छात्र-छात्राओं की विस्तृत जानकारी प्रदान किया । साथ ही वर्तमान में इस पाठ्यक्रम की आवश्यकता के बारे में भी है चर्चा किया । गुरु और शिष्य के सम्बन्ध को परिभाषित करते हुए – आचार्यः पूर्वरूपम्। अन्तेवास्युत्तररूपम् । प्रवचनं सन्धानम् ….. की विस्तृत चर्चा किया । साथ ही छात्र-छात्राओं का विद्याशाखा में स्वागत अभिनन्दन किया । साथ ही इस कार्यक्रम के समन्वयक दाताराम पाठक ITEP पाठ्यक्रम की प्रस्तावना
को परिभाषित किया । कार्यक्रम के संयोजक रमण मिश्र ने सभी को धन्यवाद समर्पित किया ।
कार्यक्रम का संचालन ललित मोहन पन्तोला ने किया । साथ ही शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा के अन्य समस्त
वरिष्ठ आचार्य एवं प्राध्यापक गण उपस्थित रहे । दीक्षारम्भ विशेष – इस पञ्चदश (15) दिवसीय दीक्षारम्भ कार्यक्रम की रूपरेखा नीलाभ तिवारी की अध्यक्षता एवं मार्गदर्शन में विशेष दिनचर्या बनाई गई है जिसमें प्रातः 5.30 से रात्रि 9.30 तक छात्र- छात्राओं के लिए संस्कृत-सम्भाषण विशेष अध्ययन कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं । संस्कृतमय वातावरण का निर्माण करके समस्त छात्र-छात्राओं को संस्कृत सम्भाषण का विशिष्ट शिक्षण प्रदान किया जा रहा है । जिससे छात्र-छात्राएं संस्कृत सम्भाषण में दक्ष होकर संस्कृत भाषा में ही वार्तालाप करेंगे एवं
शास्त्रों का अध्ययन भी करेंगे ।
ITEP क्या है ?
Integrated Teacher Education Programme यह चार वर्ष का एक स्नातक
कार्यक्रम है । यह राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसे नई शिक्षा
नीति NEP-2020 के तहत आरम्भ किया गया है । इस कोर्स में बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (BA) के साथ
बैचलर ऑफ़ एजुकेशन (B.Ed.) जैसे कोर्स कराए जाते हैं । स्कूली शिक्षा के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों को तैयार
करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है । साथ ही NCTE यह सुनिश्चित करना चाहता है कि भावी शिक्षकों को
सामग्री, शिक्षाशास्त्र, मूल्यों और अभ्यास में उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा दी जाए ।