सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 24 सितंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में केजरीवाल ने भाजपा की मौजूदा नीतियों और प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ये सवाल आम नागरिक की हैसियत से पूछे हैं, न कि किसी राजनीतिक दल के नेता के तौर पर।
केजरीवाल के पांच सवाल:
- सरकारें गिराने पर सवाल:
केजरीवाल ने पूछा कि क्या भाजपा द्वारा दूसरी पार्टियों के नेताओं को लालच या धमकियों के जरिए तोड़कर, चुनी हुई सरकारों को गिराना सही है? क्या RSS इस प्रकार की राजनीति का समर्थन करता है? - भ्रष्ट नेताओं का भाजपा में शामिल होना:
केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह द्वारा जिन नेताओं को भ्रष्टाचारी कहा गया, वही नेता कुछ दिन बाद भाजपा में शामिल हो गए। क्या RSS ने इस प्रकार की भाजपा की कल्पना की थी? - BJP को सही दिशा देने की जिम्मेदारी:
केजरीवाल ने सवाल किया कि जब भाजपा गलत दिशा में जा रही होती है, तो RSS की जिम्मेदारी बनती है कि वह भाजपा को सही दिशा दिखाए। क्या RSS ने कभी पीएम मोदी को उनके गलत फैसलों से रोकने की कोशिश की है? - RSS और BJP के संबंध पर सवाल:
उन्होंने जेपी नड्डा के उस बयान पर भी सवाल उठाया जिसमें कहा गया था कि BJP को अब RSS की जरूरत नहीं है। क्या RSS इस बयान से आहत हुआ था? - 75 साल के बाद रिटायरमेंट पर सवाल:
केजरीवाल ने भाजपा के 75 साल की उम्र के बाद रिटायरमेंट नीति पर भी सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि आडवाणी जी और मुरली मनोहर जोशी को इस कानून के तहत रिटायर किया गया, तो क्या यह नियम प्रधानमंत्री मोदी पर भी लागू होगा?
केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि मोहन भागवत इन सवालों का जवाब देंगे और देश को इन गंभीर मुद्दों पर उनकी राय जानने का अवसर मिलेगा।
निष्कर्ष:
अरविंद केजरीवाल का यह पत्र भाजपा की नीतियों और कार्यशैली पर सीधा सवाल उठाता है, जो वर्तमान राजनीतिक माहौल में एक नई बहस को जन्म दे सकता है। अब देखना है कि मोहन भागवत इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं