आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पंजाब के लुधियाना का हलवाई कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचा है। 23 साल से वह अमिताभ बच्चन से मिलने के लिए ट्राई कर रहा था। दो बार ग्राउंड ऑडिशन तक पहुंचा। एक बार ‘फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट’ तक पहुंचकर लौट आया। आखिरकार अब उसका 23 साल पहले देखा सपना पूरा हो गया।

हलवाई अर्जुन सिंह ने बताया कि KBC की हॉट सीट तक का सफर बहुत लंबा रहा। अमिताभ बच्चन के सामने बैठ कर उनके सवालों के जवाब देना ही उसके लिए करोड़ों रुपए जीतने के बराबर है। उन्होंने अपनी दुकान की सबसे मशहूर राजस्थान ट्रेडिशनल घेवर और दिलकुशान बर्फी अमिताभ बच्चन को खिलाई।

21 दिसंबर को शो हुआ टेलिकास्ट

यह शो गुरुवार रात टेलिकास्ट हुआ। अर्जुन साढ़े तीन लाख रुपए ही जीत सके, लेकिन उनका कहना है कि उनके लिए इनामी राशि ज्यादा अहम नहीं थी। बल्कि, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर गुफ्तगू करना और लुधियाना का नाम KBC तक पहुंचाना ज्यादा अहम था। अर्जुन ने बताया कि वह बी-कॉम तक पढ़े हुए हैं।

25 साल पहले आया लुधियाना

जोधपुर के गांव अराबा के रहने वाले अर्जुन सिंह 25 साल पहले लुधियाना में आ बसे थे। यहां वह अग्र नगर में ओम बीकानेर मिष्ठान भंडार नाम से दुकान चलाते हैं। साल 2000 में जब KBC शुरू हुआ था, तब से वह इसके लिए सिलेक्ट होने की कोशिश कर रहे थे। साल 2009 व 2014 में ग्राउंड ऑडिशन तक पहुंच गए, लेकिन सिलेक्ट नहीं हो पाए। अब KBC सीजन-15 शुरू हुआ तो उन्होंने फिर से प्रयास किया।

14 अगस्त 2023 के शो में वह ‘फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट’ तक पहुंच गए, लेकिन हॉट सीट तक पहुंचने से चूक गए। इस बीच दिवाली वाले दिन KBC ने हॉट सीट तक पहुंचने से चूकने वाले फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट के प्रतिभागियों का लक्की ड्रॉ निकाला, जिसमें उनका नंबर आ गया और वह फिर KBC में पहुंच गए।

1 महीना पहले हुई शूटिंग

अर्जुन ने बताया कि करीब एक महीना पहले मुंबई के गोरेगांव में शूटिंग हुई, जिसमें वह सबसे तेज 4.82 सेकेंड में फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट का जवाब देकर हॉट सीट तक पहुंच गए। अर्जुन सिंह के मुताबिक वह अपने पिता नाहर सिंह व मां भंवरी देवी के आशीर्वाद की बदौलत हॉट सीट तक पहुंचे। उन्हें पहले खुद पर भरोसा नहीं हुआ कि वह अमिताभ बच्चन के सामने बैठे हैं।

अमिताभ ने उनसे लुधियाना के लिविंग स्टैंडर्ड, खाना, हॉजरी, मशीनरी पार्ट्स आदि पर भी खूब बातचीत की। अमिताभ ने उनसे बताया कि वह खुद साहिर लुधियानवीं की किताबें पढ़ते रहे हैं।