सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कर्नाटक सरकार ने अब्दुल लतीफ जमील पावर्टी एक्शन लैब (J-PAL) साउथ एशिया के साथ साझेदारी की है ताकि स्कूल शिक्षा के कुछ सबसे बड़े चुनौतियों को विज्ञान और डेटा के माध्यम से हल करने के लिए एक “लर्निंग लैब” की स्थापना की जा सके।

यह “लर्निंग लैब” वैश्विक शोध अंतर्दृष्टियों को कर्नाटक की स्कूल शिक्षा नीतियों को आकार देने में मदद करेगा, जबकि नए और मौजूदा स्कूल शिक्षा कार्यक्रमों का वैज्ञानिक मूल्यांकन रैंडमाइज्ड इवालुएशन के माध्यम से किया जाएगा।

कर्नाटक सरकार का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL) J-PAL साउथ एशिया के साथ मिलकर उन नीतिगत समाधानों का तेजी से विस्तार करेगा जो बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने और उनके सीखने की खाई को कम करने में प्रभावी साबित हुए हैं।

यह प्रयास सभी आयु वर्ग के बच्चों के लिए फायदेमंद होगा, चाहे वह प्रारंभिक बचपन हो या किशोरावस्था।

इस ज्ञान और शोध सहयोग के माध्यम से DoSEL को J-PAL साउथ एशिया की तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा ताकि भारत और दुनिया भर से वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित शिक्षा हस्तक्षेपों की पहचान, अनुकूलन और कार्यान्वयन किया जा सके।

इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर श्री के.एन. रमेश, I.A.S, राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा कर्नाटक, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, कर्नाटक सरकार और शोभिनी मुखर्जी, कार्यकारी निदेशक, J-PAL साउथ एशिया द्वारा किए गए। इस अवसर पर माननीय प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री मधु बंगारप्पा, कर्नाटक सरकार के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के प्रमुख सचिव श्री रितेश कुमार सिंह और J-PAL के वैश्विक कार्यकारी निदेशक इकबाल धालीवाल भी उपस्थित थे।

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