सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद शुक्रवार (भारतीय समय के मुताबिक) को पहला टीवी इंटरव्यू दिया। उनका यह इंटरव्यू राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच डिबेट कराने वाली CNN की टीवी पत्रकार डाना बैश ने लिया।

भारतवंशी कमला ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद भी किसी मुद्दे पर उनके विचार नहीं बदले हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे राष्ट्रपति बनती हैं तो अपनी कैबिनेट में विपक्षी पार्टी (रिपब्लिकन) के नेता को शामिल करेंगी। ऐसा करना अमेरिकी जनता के लिए अच्छा होगा।

ट्रम्प ने हाल ही में कमला हैरिस की नस्लीय पहचान को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि कमला हमेशा से खुद को भारत से जुड़ा हुआ बताती थीं, लेकिन अब वे अचानक से अश्वेत हो गई हैं। ऐसा वे वोट पाने के लिए कर रही हैं। कमला ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ये वहीं घिसी-पिटी पुरानी बातें है। इसका कोई मतलब नहीं है।

5 पॉइंट में जानिए कमला हैरिस ने इंटरव्यू में क्या कहा-

  1. गाजा युद्ध पर

इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। हालांकि इस जंग में कई निर्दोष फिलिस्तीनी मारे गए हैं। अब यह रुकनी चाहिए और बंधकों की आजादी के लिए दोनों (इजराइल-हमास) के बीच समझौता होना चाहिए।

  1. जीतने के बाद पहले दिन क्या करेंगी

कमला ने कहा कि वे जीतीं तो पहले दिन से ही मिडिल क्लास की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए काम करेंगी। यह उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। वे रोजमर्रा की चीजों को सस्ता करेंगी।

  1. मंत्रिमंडल में एक रिपब्लिकन को नियुक्त करेंगी

कमला ने कहा कि अगर देश का विकास करना है तो सरकार में अलग-अलग विचार, अलग-अलग अनुभव रखने वाले लोगों का होना जरूरी है। उनके कैबिनेट में एक रिपब्लिकन सदस्य का होना अमेरिकी जनता के लिए फायदेमंद होगा।

  1. अवैध इमीग्रेशन पर

कमला हैरिस ने 2019 में कहा था कि अवैध इमीग्रेशन को अपराध नहीं माना जाना चाहिए। इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी भी उनका रुख नहीं बदला है। हालांकि उनका मानना है कि सीमा पार कर आने वाले आपराधिक लोगों को सजा मिलनी चाहिए।

  1. जलवायु संकट पर

कमला ने साफ कर दिया कि वे फ्रैकिंग पर बैन नहीं लगाएंगी। फ्रैकिंग चट्टानों में दरार पैदा करके तेल और गैस निकालने की तकनीक है। इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि सरकार क्लीन एनर्जी में निवेश कर रही है। फ्रैकिंग पर बैन लगाए बिना वे पर्यावरण के लिए बेहतर कर सकती हैं। कमला ने 2020 के चुनाव में फ्रैकिंग पर बैन लगाने का समर्थन किया था।