सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्ली और भोपाल स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में कला धरोहर कार्यशाला के अंतर्गत विश्वविद्यालय के निदेशक रमाकांत पांडे ने और दिल्ली की प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका सुभद्रा देसाई ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । उसके बाद सुभद्रा देसाई ने केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, भोपाल परिसर में छात्रों को संत मीरा बाई के भजनों को सिखाते हुए सर्वप्रथम पंडित कुमार गंधर्व द्वारा बनाई गई
बंदिश ' पिया जी म्हारे नैना आगे रिजो जी और पायोजी मैंने राम रतन धन पायो का प्रशिक्षण दिया।
संगीत नाटक अकादेमी की अध्यक्षा संध्या पुरेचा ने बताया कि संगीत नाटक अकादेमी की स्थापना भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और प्रचार के उद्देश्य से की गई है। कला धरोहर कार्यशाला इसी श्रृंखला की एक महत्तवपूर्ण कड़ी है। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी ने बताया कि यह पहल भारतीय प्रदर्शन कलाओं के ज्ञान को फैलाने और युवा प्रतिभाओं को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी, ऐसी आशा है।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ,भोपाल के निदेशक रमाकांत पाण्डे ने बताया कि कला धरोहर न केवल छात्रों के लिए लाभकारी है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और प्रचार में भी अहम योगदान दे रही है। कला धरोहर कार्यशाला का संयोजन संगीता गुंदेचा और प्रवीण दुरेजा कर रहे हैं।