सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: टाउन एंड कंट्री प्लानिंग संचालनालय द्वारा दो साल पहले 5 जिलों में नए कार्यालय खोलने की प्लानिंग की गई थी। हालांकि सिर्फ धार जिले में ही कार्यालय खुल पाया है। धार के अलावा टीएंडसीपी ने टीकमगढ़, सीहोर, मुरैना और बालाघाट में जिला कार्यालय खोलने की कवायद दो साल पहले शुरू की थी। सभी जिलों में कलेक्टरों को पत्र लिखकर कार्यालय के लिए जगह देने की सिफारिश की गई थी। सिर्फ धार में जिला प्रशासन ने कार्यालय के लिए जगह दी और वहां कार्यालय डेढ़ साल पहले शुरू कर दिया गया है। 4 अन्य जिलों में जगह न मिलने से कार्यालय नहीं खुल सके हैं।
टीएंडसीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धार के अलावा वर्तमान में कुल 35 जिला कार्यालय काम कर रहे हैं। संचालनालय की योजना है कि सभी जिलों में एक-एक कार्यालय खोल दिया जाए। अधिकारी ने कहा कि धार के अलावा बचे हुए 4 जिलों के लिए जिलों को लगातार पत्र लिखे जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि टीएंडसीपी में अधिकारियों की कमी है। वर्तमान में जबलपुर, उज्जैन आदि के प्रभारी अधिकारी संचालनालय भोपाल में पदस्थ हैं। अभी भोपाल -इंदौर के मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
जिलों में ऑफिस से फायदे
जिलों में टीएंडसीपी कार्यालय होने से कॉलोनी सहित अन्य निर्माण की अनुमति के लिए संभागीय कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इससे समय की बचत भी होगी और कार्य का फीडबैक भी लिया जा सकेगा।