सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कांग्रेस ने मंगलवार, 10 सितंबर को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दावा किया कि माधवी के पति धवल बुच को ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा से 2019 से 2021 के बीच 4.78 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे। खेड़ा ने आरोप लगाया कि इस दौरान सेबी ने महिंद्रा से जुड़े चार मामलों में आदेश जारी किए थे, और यह उस समय हुआ जब माधवी पुरी बुच सेबी की सदस्य थीं।

कांग्रेस ने सवाल उठाए कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माधवी पुरी बुच की अगोरा एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड में 99% हिस्सेदारी के बारे में जानकारी है, और क्या पीएम को पता है कि माधवी के पति धवल बुच को महिंद्रा से बड़ी रकम मिली थी?

महिंद्रा एंड महिंद्रा का बयान

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि धवल बुच को उनके सप्लाई चेन और सोर्सिंग के अनुभव के लिए नियुक्त किया गया था। कंपनी ने कहा कि उन्हें दी गई रकम उनके अनुभव और मैनेजमेंट क्षमताओं के लिए थी, और इसका सेबी से कोई संबंध नहीं है।

पहले भी लगे थे आरोप

इससे पहले कांग्रेस ने 2 सितंबर को माधवी पर SEBI में कार्यरत रहने के दौरान तीन जगहों से लाभ लेने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने कहा था कि माधवी पुरी बुच ने ICICI बैंक समेत कई जगहों से सैलरी ली, जबकि वे सेबी में कार्यरत थीं।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट विवाद से जुड़ा मामला

SEBI को जनवरी 2023 में गौतम अडाणी के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोपों की जांच का जिम्मा दिया गया था। आरोप थे कि अडाणी समूह ने अपने शेयरों की कीमत बढ़ाने के लिए ऑफशोर फंड्स का इस्तेमाल किया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, और SEBI को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया था।