सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंटरनेशनल पॉप आइकन जस्टिन बीबर आज 30 साल के हो चुके हैं। भारत में अंग्रेजी गानों का चलन ही जस्टिन बीबर के ‘बेबी’ गाने से शुरू हुआ था। महज 20 साल की उम्र में ग्रैमी जीतने वाले जस्टिन बीबर 39 वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं। हालांकि उनका बचपन और निजी जिंदगी बेहद दर्दनाक रही। उनकी मां एक ड्रग डीलर थीं, जो डिप्रेशन के चलते आत्महत्या करने के लिए ट्रक के आगे कूद गई थीं। जान तो बचा ली गई, लेकिन उन्हें पागलखाने में रखा गया था। यहां से निकलकर उन्होंने महज 18 साल की उम्र में जस्टिन को जन्म दिया था। जस्टिन अपनी मां की नाजायज संतान हैं।

आज जस्टिन के जन्मदिन के खास मौके पर जानिए उनकी जिंदगी की हुनर, अचीवमेंट और विवादों से भरी ट्रेजिक कहानी-

मरने के लिए ट्रक के आग कूदी थीं मां, पागलखाने में रखी गईं

जस्टिन बीबर की मां पैटी मेलेट महज 3 साल की थीं, जब उनके साथ पहली बार सेक्सुअल हैरेसमेंट हुआ था। 14 साल की उम्र तक आते-आते उनके साथ कई बार शारीरिक शोषण हुआ। वो 15 साल की थीं, जब उनके साथ डेट रेप हुआ था। यही कारण था कि वो कम उम्र से ही ड्रग एडिक्ट बन गई थीं। लगातार ड्रग लेते हुए उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी और एक दिन उन्होंने अपने स्कूल के बाथरुम में आग लगा दी। स्कूल से निकाले जाने के बाद पैटी की मुलाकात कारपैंटर जेरेमी बीबर से हुई थी।

पैटी महज 17 साल की थीं, जब वो आत्महत्या के इरादे से एक ट्रक के सामने आ गई थीं। उनकी जान तो बचा ली गई, लेकिन उनकी मानसिक स्थिति के चलते उन्हें पागलखाने में रखा गया था। पागलखाने से निकलकर उन्होंने ईसाई धर्म अपनाकर, बॉयफ्रेंड जेरेमी बीबर के साथ रहना शुरू कर दिया। इसके चंद महीनों बाद पैटी ने 1 मार्च 1994 को जस्टिन बीबर को जन्म दिया। उनका जन्म ओंटारियो के सेंट जोसेफ अस्पताल में हुआ था।

उनकी मां पैटी मेलेटे ने कभी शादी नहीं की थी। जस्टिन, जेरेमी बीबर की नाजायज संतान हैं, जो एक कारपेंटर थे। उनके जन्म के कुछ महीनों बाद ही जेरेमी ने पैटी को छोड़ दिया, जिसके बाद उन्होंने अकेले ही बेटे की परवरिश की थी। पैटी ने छोटे-मोटे काम कर जस्टिन की परवरिश की थी।

सेंटफोर्ड स्कूल में पढ़ते हुए जस्टिन को म्यूजिक में दिलचस्पी थी। उन्होंने खुद पियानो, ड्रम, गिटार और ट्रंपेट बजाना सीख लिया था। 12 साल की उम्र से ही जस्टिन स्कूल में होने वाले कल्चरल प्रोग्राम में परफॉर्म करने लगे थे। 2006 से जस्टिन की परफॉर्मेंस परिवार वालों तक पहुंचाने के लिए उनकी मां परफॉर्मेंस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड करने लगी थीं। बेहतरीन गानों की बदौलत उन्हें यूट्यूब पर पसंद किया जाने लगा।

2007 में जस्टिन ने टूरिज्म सीजन के दौरान एवॉन थिएटर के बार इंडीविजुअल शो किया था, जिसके लिए उन्होंने गिटार किराए पर लिया था।

एक यूट्यूब वीडियो की बदौलत जस्टिन को ढूंढने पहुंचे मशहूर रिकॉर्डिंग एग्जीक्यूटिव

साल 2007 में रिकॉर्डिंग एग्जीक्यूटिव स्कूटर ब्रॉन एक नए सिंगर की तलाश में थे। इस दौरान उनकी नजर जस्टिन के साल 2007 में अपलोड किए गए एक वीडियो पर पड़ी। वीडियो देख उन्हें गाना इतना पसंद आया कि उन्होंने थिएटर के जरिए जस्टिन की स्कूल का पता निकाल लिया। स्कूटर ब्रॉन ने पते की मदद से जस्टिन की मां से संपर्क किया, तो उन्होंने सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि ब्रॉन यहूदी थे।

चर्च के लोगों के कहने पर मां ने दी थी गाने की इजाजत

जब जस्टिन की मां ने उन्हें ब्रॉन के साथ काम करने से इनकार कर दिया, तो ब्रॉन ने चर्च के लोगों से संपर्क किया। उन लोगों द्वारा समझाए जाने के बाद पेटी मान गईं और उन्होंने 13 साल के जस्टिन को ब्रॉन के साथ अटलांटा भेज दिया। अटलांटा में जस्टिन ने कुछ डेमो टेप रिकॉर्ड किए और एक हफ्ते में ही उनकी रिकॉर्डिंग शुरू कर दी गई।