नई दिल्ली। वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने गुरुवार को कहा कि अपने परिचालनों के दौरान होने वाले ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में वह 2030 तक 46 फीसदी की कमी लाएगी।
टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली वाहन विनिर्माता कंपनी इसके अलावा अपनी कारोबारी गतिविधियों की पूरी श्रृंखलाओं में औसत वाहन उत्सर्जन में 54 प्रतिशत की कमी लाएगी, जिसमें उसके वाहनों के उपयोग के चरण में 60 प्रतिशत की कमी लाना शामिल है।
इस तरह जेएलआर इस दशक के आखिर तक वाहन विनिर्माण और परिचालनों में ग्रीन हाउस गैसों के सीधे उत्सर्जन में 46 फीसदी तक की कमी लाएगी। कंपनी में सस्टेनेबिलिटी निदेशक रोसेला कारडोन ने कहा कि अपनी रिइमेजिन रणनीति के तहत हम 2039 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं।
इस रणनीति के तहत कंपनी लैंड रोवर और जगुआर ब्रांड को इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले वाहनों में बदलने के प्रयास कर रही है।