सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कइंटीग्रेटेड ट्रेडन्यूज़ भोपाल: खालिस्तान समर्थक और पंजाब के चर्चित नेता अमृतपाल सिंह अब जल्द ही संसद में अपनी मौजूदगी दर्ज करवा सकते हैं। पंजाब सरकार ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को पत्र लिखते हुए यूएपीए के तहत जेल में बंद अमृतपाल को परोल पर रिहा करने की मांग की है, ताकि वे सांसद के रूप में शपथ ग्रहण कर सकें।

गौरतलब है कि अमृतपाल ने खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ते हुए 404,430 वोट हासिल किए और कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1,97,120 वोटों के अंतर से मात दी। अमृतपाल के प्रवक्ता, राजदेव सिंह खालसा ने जानकारी दी कि अमृतपाल की परोल के लिए याचिका अमृतसर जिला मैजिस्ट्रेट के माध्यम से गृह सचिव और फिर लोकसभा स्पीकर तक भेजी गई है।

खालसा ने कहा, “एक चुने हुए सदस्य को 60 दिनों के भीतर शपथ लेनी होती है। अमृतपाल के मामले में लोकसभा ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।” अन्य 12 सांसद पहले ही शपथ ले चुके हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर से बारामूला के सांसद इंजीनियर राशिद, जो यूएपीए के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं, के लिए एनआईए ने परोल की अनुमति दे दी है।

अमृतपाल के वकील के अनुसार, सिंह ने 11 जून को पंजाब सरकार को पत्र लिखकर अस्थायी रिहाई की मांग की थी। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके नौ सहयोगी वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उन्होंने पिछले साल पुलिस की गिरफ्त से बचते हुए पंजाब के मोगा के रोडे गांव में गिरफ्तारी दी थी।

देखना दिलचस्प होगा कि क्या अमृतपाल सिंह को परोल मिलती है और वह संसद में शपथ लेने के लिए पहुंचते हैं या नहीं। इस घटनाक्रम पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।