आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एक्टर पर्ल वी पुरी ने अपनी जिंदगी से सबसे बुरे दौर के बारे में बात की है। उन्होंने बताया कि 14 दिन उन्हें जेल में रहना पड़ा था। किसी तरह उन्होंने 10 दिन जेल में गुजार लिए थे लेकिन 11वां दिन गुजारना मुश्किल हो रहा था। हालात से परेशान हो कर उन्होंने सुसाइड करने के बारे में सोचा था। मगर पिता के एहसास ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।

2021 में पर्ल को नाबालिग लड़की से रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

हालात से तंग आकर सुसाइड करने के बारे में सोचा

हाल ही में सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में पर्ल वी पुरी ने अपनी लाइफ के सबसे खराब पल के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने कहा- मैं हर दिन जेल में मरा हूं। मैं बता भी नहीं सकता। 11वें दिन मेरे पास एक पेन था, और मैंने फिल्म में देखा था कि पेन से सुसाइड किया जा सकता है। मुझे पता था कि ऐसा होता है। 11वें दिन मैंने ये सोच लिया था कि ये होने वाला है। ये वो वक्त भी था कि जब पापा का निधन हो गया था। मम्मी भी बहुत ज्यादा बीमार रह रही थीं। मुझे पता भी नहीं था कि बाहर उनकी क्या हालात हो रही होगी। मुझे इस बात का भी एहसास नहीं था कि मैं क्या कर रहा हूं।

खुद को मोटिवेट रखने के लिए 108 बार हनुमान चालीसा भी पढ़ा- पर्ल

उन्होंने आगे बताया कि जेल के दिनों में वो उन्होंने 108 बार हनुमान चालीसा पढ़ चुके थे। इसके बाद ही उन्होंने सुसाइड करने के बारे में सोचा था क्योंकि इससे भी हालात में कोई सुधार नहीं हुआ। पर्ल के पास पैन इसलिए था क्योंकि उन्होंने जेलर से कहा था कि वो लिखा करते हैं। मगर उनका मकसद सिर्फ सुसाइड करने का था। हालांकि बाद में पापा के एहसास ने उन्हें ऐसा करने के रोक दिया था।

उन्होंने कहा- मैं जेल की खिड़की के पास था, तभी लगा कि पापा पिंक शर्ट पहने हुए नीचे खड़े हैं। उनके पास होने के एहसास ने मुझे हिम्मत दी और सुसाइड के ख्याल छोड़ दिए।

डिप्रेशन में रहे, 2 महीने को खुद का कमरे में बंद कर लिया था

पर्ल ने बताया कि ये दौर उनकी लाइफ का सबसे खराब पल था। कुछ महीने ही उन्होंने अपनी नानी मां को खो दिया था। इस बात को 17 दिन ही बीते थे कि पापा का भी निधन हो गया। दूसरी तरफ पता चला कि मां को कैंसर है। ये पूरा दौर एक बुरे सपने की तरह था।

इन सब चीजों ने पर्ल को डिप्रेशन का शिकार बना दिया था। हालात ये हो गए थे कि उन्होंने खुद को 2 महीने के लिए कमरे में बंद कर दिया। हालांकि मां और दोस्तों के सपोर्ट ने उन्हें बांधे रखा था।