आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : वनडे वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ श्रेयस अय्यर को बेस्ट फील्डर का मेडल मिला। टीम इंडिया ने बेस्ट फील्डिंग के लिए मेडल की घोषणा इस बार भी एक अलग अंदाज में की। सचिन तेंदुलकर ने मेडल विनर का नाम वीडियो के जरिए बताया। पिछले बार के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल ने उन्हें मेडल पहनाया। भारतीय टीम मैनेजमेंट हर मुकाबले के बाद मेडल की घोषणा करता है।
अय्यर ने इस मैच में सदीरा समरविक्रमा और दिलशान मदुशंका का कैच लपका। अय्यर ने श्रीलंका के खिलाफ 82 रन की पारी खेली। अय्यर को इससे पहले 22 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भी बेस्ट फील्डर का मेडल मिला था।
सचिन ने सुनाया 2003 वर्ल्ड कप का किस्सा
दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी वेबसाइट और एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें भारतीय खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में नजर आ रहे हैं। टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा और श्रेयस अय्यर की तारीफ की।
इस दौरान टीवी पर सचिन का वीडियो चला। सचिन ने भी कप्तान रोहित समेत टीम इंडिया की तारीफ की। इस दौरान उन्होंने बताया, 2003 में जब हम लोग साउथ अफ्रीका में वर्ल्ड कप खेल रहे थे, तब एक चार्ट बनाया था। चार्ट पर लिखा था, ‘आई कैन, वी कैन’। सभी खिलाड़ी फील्ड पर जाने से पहले उस पर साइन करते थे। यह सब कमिटमेंट के बारे में था, यानी हम अपना 100% अपनी टीम और देश के लिए देंगे।
टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंची
भारत ने वर्ल्ड कप में अपनी सबसे बड़ी जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया ने गुरुवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका को 302 रन से हराया। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम लगातार सात जीत के साथ इस वर्ल्ड कप के टॉप-4 में जगह पक्की करने वाली पहली टीम बनी है।
358 रन के टारगेट का पीछा करते हुए श्रीलंका की टीम महज 55 रन पर ऑलऑउट हो गई। श्रीलंका के बल्लेबाजों ने सितंबर में हुए एशिया कप के फाइनल की याद दिला दी। तब भारत के ही खिलाफ श्रीलंका सिर्फ 50 रन पर ऑलआउट हो गया था।
पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए दे रहे मेडल
दरअसल, इस वर्ल्ड कप में हर मैच के बाद टीम इंडिया के बेस्ट फील्डर को एक मेडल मिल रहा है। ये मेडल फील्डिंग कोच टी दिलीप टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में देते हैं। ये ICC का कोई ऑफिशियल फील्डर का अवॉर्ड नहीं है, लेकिन टीम इंडिया में पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए इस वर्ल्ड कप में इसे शुरू किया गया है।