सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मिडिल ईस्ट में हालात एक बार फिर बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंताएं गहराती जा रही हैं। अब इजरायल ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि यदि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को नहीं रोकता, तो वह सैन्य हस्तक्षेप का रास्ता अपनाएगा। सूत्रों के अनुसार, इजरायली सेना ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की पूरी तैयारी कर चुकी है।
सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका को भी ईरान की संभावित जवाबी कार्रवाई का डर सता रहा है। खासकर इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों को खतरा बताया जा रहा है। इसी के चलते अमेरिका ने अपने गैर-आपातकालीन सरकारी कर्मचारियों और सैन्य परिवारों को मध्य पूर्व छोड़ने का आदेश जारी कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यक्रम के दौरान इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मिडिल ईस्ट अब एक खतरनाक जगह बन चुकी है। ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।”
इस बीच, ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ जल्द ही ईरान के अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं, ताकि परमाणु मुद्दे पर छठे दौर की बातचीत शुरू की जा सके।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से अमेरिका और ईरान के बीच बातचीत ठप है, और अब इजरायल के संभावित हमले से पूरे क्षेत्र में जंग का खतरा मंडरा रहा है। दुनिया की नजरें अब आने वाले कुछ दिनों पर टिकी हैं।
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