सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इस हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, 22 नवंबर को सोना 77,787 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था, जो अब (30 नवंबर) को घटकर 76,740 रुपए पर आ गया है। यानी इस हफ्ते सोने की कीमत में 1,047 रुपए की कमी आई है।
चांदी भी सस्ती हुई है। यह पिछले शनिवार को 90,850 रुपए प्रति किलोग्राम पर थी, जो अब घटकर 89,383 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। इस हफ्ते चांदी की कीमत में 1,467 रुपए की गिरावट दर्ज की गई है।
ऑल टाइम हाई से कितना दूर हैं मौजूदा दाम?
- चांदी ने 23 अक्टूबर को 99,151 रुपए प्रति किलोग्राम का ऑल टाइम हाई बनाया था।
- सोना 30 अक्टूबर को 79,681 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा था।
चार महानगरों और भोपाल में सोने की कीमतें
वर्तमान में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतें शहरों के अनुसार इस प्रकार हैं:
- दिल्ली:
22 कैरेट: 71,650 रुपए
24 कैरेट: 78,150 रुपए - मुंबई:
22 कैरेट: 71,500 रुपए
24 कैरेट: 78,000 रुपए - कोलकाता:
22 कैरेट: 71,500 रुपए
24 कैरेट: 78,000 रुपए - चेन्नई:
22 कैरेट: 71,500 रुपए
24 कैरेट: 78,000 रुपए - भोपाल:
22 कैरेट: 71,550 रुपए
24 कैरेट: 78,050 रुपए
सोना खरीदते समय इन 3 बातों का ध्यान रखें
- सर्टिफाइड गोल्ड खरीदें:
- केवल BIS हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें।
- सोने पर 6 अंकों का हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (HUID) जरूर चेक करें।
- कीमत की जांच करें:
- सोने का वजन और कीमत हमेशा IBJA या अन्य विश्वसनीय स्रोत से क्रॉस चेक करें।
- 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट में कीमतें अलग-अलग होती हैं।
- डिजिटल पेमेंट करें, बिल लेना न भूलें:
- पेमेंट कैश में करने से बचें और डिजिटल मोड का इस्तेमाल करें।
- खरीदारी के बाद बिल जरूर लें।
भारत की GDP ग्रोथ में कमी
वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है, जो पिछले 7 तिमाहियों की सबसे धीमी ग्रोथ है। इसके चलते गूगल पर “India’s GDP” की सर्च में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, पिछले 30 दिनों में “India’s GDP” टॉप सर्च में शामिल रहा है।
निष्कर्ष:
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारी करने वालों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। साथ ही, GDP ग्रोथ में कमी पर आर्थिक विशेषज्ञों की नजर बनी हुई है।