सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /  आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : अमेरिका और ईरान के बीच तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है। परमाणु समझौते पर बातचीत की विफलता के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लिया है। ट्रंप ने मध्य पूर्व और पश्चिम एशिया में तैनात अमेरिकी राजनयिकों, सैन्य परिवारों और कुछ सरकारी कर्मचारियों को तुरंत वापस बुलाने का आदेश दिया है।

ट्रंप ने मध्य पूर्व को “खतरनाक जगह” बताते हुए कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका किसी भी सूरत में ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं देगा।

ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा, “हमारे लिए यह ज़रूरी है कि हमारे लोग सुरक्षित रहें। हमने स्थिति का आकलन करने के बाद राजनयिकों और अन्य कर्मियों को वापस बुलाने का निर्णय लिया है। मध्य पूर्व एक अस्थिर क्षेत्र बनता जा रहा है और हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।”

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ईरान की परमाणु सुविधाओं पर संभावित हमले की तैयारी कर रहा है। ऐसे में अमेरिका अपने हितों की सुरक्षा के लिए सभी संभावित कदम उठा रहा है।

परमाणु हथियारों को लेकर ट्रंप ने दो टूक कहा, “ईरान को हम परमाणु हथियार रखने नहीं देंगे, चाहे इसके लिए कोई भी कदम उठाना पड़े।” यह बयान एक बार फिर वैश्विक राजनीति में हलचल मचा सकता है।

यह घटनाक्रम पश्चिम एशिया में नई अस्थिरता की आशंका को जन्म दे रहा है।

#ईरान #डोनाल्डट्रंप #अमेरिकीराजनयिक #मध्यपूर्व #परमाणुसंकट #अमेरिकाखबरें #अंतरराष्ट्रीयसमाचार