सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: ईरान की तरफ से इजराइल पर हमले के खतरे के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सऊदी अरब, चीन, तुर्किये और कई यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की। ब्लिंकन ने सभी देशों से ईरान को हमला न करने के लिए मनाने को कहा है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, “विवाद को बढ़ावा देना किसी के भी हित में नहीं है।” इससे पहले गुरुवार को अमेरिका ने इजराइल में काम करने वाले अपने नागरिकों और खासकर डिप्लोमैट्स के लिए एडवाइजरी जारी की। अमेरिका ने अपनी एम्बेसी के स्टाफ को यरुशलम, तेल अवीव या बीरशेबा शहर से बिना सावधानी के बाहर न जाने को कहा है।
इजराइल ने सीरिया में ईरान के दूतावास के पास वाली बिल्डिंग को निशाना बनाया था। इस हमले में 13 लोग मारे गए थे।
इजराइल ने सीरिया में ईरान के दूतावास के पास हमला किया था
दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने इजराइल को बदला लेने की धमकी दी थी।
इस हमले के बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन-पियरे ने बताया था, “सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद अमेरिका ने ईरान से संपर्क किया था। हमने उन्हें बताया कि इस हमले में अमेरिका का कोई हाथ नहीं था। ईरान इसका सहारा लेकर अमेरिकी ठिकानों या नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश न करे।”
‘इजराइल को हमले की सजा देंगे’
अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी ने भी आशंका जताई थी कि 1 अप्रैल के हमले के बाद ईरान इजराइल पर जवाबी अटैक कर सकता है। ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने बुधवार (10 अप्रैल) को कहा था, “इजराइल को इस हमले की सजा जरूरी दी जाएगी। उन्होंने सीरिया में हमारे दूतावास पर हमला किया। यह ईरान की धरती पर हमला करने जैसा ही था।”
दूसरी तरफ, ब्रिटेन के विदेश मंत्री लॉर्ड कैमरन ने भी ईरानी विदेश मंत्री को फोन करके उन्हें विवाद को आगे न बढ़ाने की सलाह दी। इससे पहले गुरुवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान का नाम लिए बिना कहा था कि इजराइल गाजा के अलावा दूसरे मोर्चों पर भी जंग की तैयारी कर रहा है। नेतन्याहू ने कहा था, “अगर किसी ने भी हम पर हमला किया, तो हम इसका जवाब जरूर करेंगे।”
अरबी भाषा में छपी ईरानी न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने राजधानी तहरान के ऊपर अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया, जिससे वो सैन्य अभ्यास कर सकें। हालांकि, ईरानी मीडिया ने बाद में इस रिपोर्ट को हटा दिया।