सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय भाषण में गाजा और लेबनान में जारी संघर्ष पर इजराइल की तीखी आलोचना की। पजशकियान ने कहा कि अगर इजराइल को नहीं रोका गया, तो मिडिल ईस्ट से होते हुए पूरी दुनिया जंग की चपेट में आ जाएगी। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तुरंत युद्धविराम लागू करने और हिंसा को रोकने की अपील की।
पजशकियान ने इजराइल पर गाजा में नरसंहार करने का भी आरोप लगाया और कहा कि पिछले एक साल में 41 हजार से अधिक मासूम नागरिकों की हत्या की गई है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल ISIS जैसे आतंकी समूहों को समर्थन दे रहा है और ईरानी वैज्ञानिकों और राजनयिकों की हत्या में शामिल है।
परमाणु समझौते पर ईरान का रुख ईरानी राष्ट्रपति ने 2015 के ऐतिहासिक परमाणु समझौते पर भी चर्चा की और कहा कि ईरान बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि ट्रम्प द्वारा इस समझौते से पीछे हटने के बाद से ईरान पर लगे प्रतिबंधों ने उसकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
लेबनान की स्थिति पर चेतावनी राष्ट्रपति पजशकियान ने कहा कि लेबनान को दूसरा गाजा बनने से रोकना आवश्यक है और इजराइल द्वारा वहां की स्थिति को बिगाड़ने के प्रयासों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने हिजबुल्लाह के खिलाफ पश्चिमी समर्थन पर भी सवाल उठाया।
प्रमुख बिंदु:
- ईरान के राष्ट्रपति ने इजराइल पर गाजा में नरसंहार का आरोप लगाया।
- ईरान परमाणु समझौते पर फिर से बातचीत के लिए तैयार।
- लेबनान में इजराइल के हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया, लेकिन जवाबी कार्रवाई नहीं।
पजशकियान ने कहा कि अगर मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ता है, तो इससे किसी को लाभ नहीं होगा।