भोपाल । कमिश्नर प्रणाली को मजबूत और कारगर तरीके से स्थापित करने के लिए मप्र पुलिस द्वारा मुंबई, जयपुर, लखनऊ और कानपुर से आाइपीएस अधिकारियों को बुलाया जा रहा है।
जो राजधानी में कमिश्नर प्रणाली में काम करने के तौर-तरीके सिखाएंगे। इसके लिए नए पुलिस कंट्रोल रूम में ट्रेनिंग सेंटर तैयार किया जा रहा है। यहां ये अधिकारी आकर राजधानी पुलिस के अधिकारियों में से चुनिंदा अधिकारियों को ट्रेनिंग देंगे। जो थाना प्रभारियों और अन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देंगे।
मालूम हो कि मप्र गृह विभाग भोपाल व इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू करने के पहले ही दिन से कमिश्नर प्रणाली वाले राज्य जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों से संपर्क में था। इन अधिकारियों से बातचीत कर कमिश्नर प्रणाली की मुख्य-मुख्य चीजों को आकर वह राजधानी के पुलिस कर्मियों को समझाएंगे।
इसके लिए पुलिस कमिश्नर प्रणाली के अभ्यस्त आला अधिकारियों को बतौर ट्रेनर भोपाल बुलाया गया है। इसके अलावा पुलिस के लोगों के प्रशिक्षण रोक दिया गया है। कमिश्नर का कहना है कि बाकी अफसरों की तैनाती के बाद ही प्रशिक्षण दिया जाएगा।
40 लाख का फंड मांगा
समीक्षा के लिए डीजीपी विवेक जौहरी ने भोपाल और इंदौर के पुलिस आयुक्त को बुलाया था। दोनों से अतिरिक्त कार्यालय बनाने के लिए 40 लाख का फंड मांगा है। यह प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा।
विशेष टीम होगी क्राइम ब्रांच में
राजधानी की कमिश्नर प्रणाली में क्राइम ब्रांच बदली हुई नजर आएगी। इसके लिए बाकायदा नए कमिश्नर ने साइबर और क्राइम केा वापस एक करने का फैसला लिया है। इसके लिए एडिशनल डीसीपी को तैनात किया जाएगा। यह टीम जो लूट, चोरी और अन्य प्रकार की आपराधिक वारदात की जांच करेगी। इसके अलावा हर टीम में 15 पुलिसकर्मियों को शामिल किया जाएगा।