आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : आईपीएल के 2024 सीजन से पहले मिनी-ऑक्शन 19 दिसंबर को दुबई में होगी। इसमें सभी 10 टीमें कुल 77 स्लॉट्स भरने के लिए उतरेंगी। इनमें 30 विदेशी स्लॉट्स भी हैं। नीलामी में 333 खिलाड़ी हिस्सेदारी करेंगे। इनमें से 214 भारतीय और 119 विदेशी खिलाड़ी हैं। ऑक्शन के लिए 116 कैप्ड, जबकि 215 अनकैप्ड ने रजिस्टर किया है। नीलामी में टीमों के पास खर्च करने के लिए कुल 262.95 करोड़ रुपए हैं, जो IPL इतिहास में किसी मिनी-ऑक्शन के लिए सबसे बड़ा पर्स साइज है। इनमें गुजरात टाइटंस सर्वाधिक 38.15 करोड़ के पर्स के साथ नीलामी में शिरकत करेगी।

वहीं, लखनऊ सुपर जाएंट्स (13.15 करोड़) के पास सबसे कम राशि है। सबसे बड़ी चुनौती कोलकाता नाइट राइडर्स के सामने है। उसके पास 32.70 करोड़ रुपए शेष हैं और उसके 12 स्लॉट्स अभी खाली हैं। चेन्नई को 31.40 करोड़ रुपए के पर्स में 6 स्लॉट्स भरने हैं। एक टीम स्क्वॉड में कम से कम 18 और अधिकतम 25 खिलाड़ी रख सकती है, जिसमें 8 विदेशी हो सकते हैं। जानिए टीमों की जरूरतें…

चेन्नई सुपर किंग्स: स्लॉट्स-6 पर्स बाकी- 31.40 करोड़

चैम्पियन चेन्नई की टीम अंबाती रायडू के रिटायर होने के बाद रिप्लेसमेंट तलाश रही है। मिडिल ऑर्डर में पावर हिटर भारतीय बैटर की तलाश है। बचे 6 स्लॉट्स में टीम एक विदेशी तेज गेंदबाज या ऑलराउंडर को शामिल करना चाहेगी। टीम भारतीय विकेटकीपिंग विकल्प की ओर भी रुख कर सकती है।

मुंबई इंडियंस: स्लॉट्स-8 पर्स बाकी- 17.75 करोड़

टीम अभी भी विदेशी ऑलराउंडर की तलाश में होगी। मुंबई के विजयी दौर का हिस्सा रहे पोलार्ड का उचित विकल्प नहीं मिला है। कैमरून ग्रीन को भी रिलीज कर दिया है। विदेशी तेज गेंदबाज के साथ एक विदेशी ऑलराउंडर अक्सर मुंबई का विनिंग कॉम्बिनेशन रहा है। टीम फिर से उसी स्किलसेट के खिलाड़ी तलाश रही है।

गुजरात टाइटंस: स्लॉट्स-8 पर्स बाकी- 38.15 करोड़

तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक का विकल्प तलाशना है। भारतीय सर्किट में इस स्किल के खिलाड़ी का मिलना मुश्किल है, ऐसे में टीम विदेशी का रुख कर सकती है। अलजारी को रिलीज करने के बाद विदेशी तेज गेंदबाज की तलाश में भी होगी। एक स्थान भारतीय विकेटकीपर को साहा के बैकअप के रूप में मिल सकता है।

कोलकाता: स्लॉट्स- 12 पर्स बाकी- 32.70 करोड़

बची हुई राशि में कोलकाता को लगभग आधे बचे हुए स्लॉट्स भरने हैं। सबसे बड़ी तलाश तेज गेंदबाजों की है क्योंकि साउदी, फर्ग्युसन, उमेश यादव और शार्दुल को रिलीज कर दिया है। एक भारतीय विकेटकीपर और रसेल के बैकअप के रूप में विदेशी तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की जरूरत भी टीम में नजर आती है।