सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : टीम इंडिया के तेज गेंदबाज दीपक चाहर IPL खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह पिछले दिनों साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं खेले थे। वह पारिवारिक कारणों से टीम में शामिल नहीं हो सके, उन्होंने कहा कि वह अब फिट हैं और भारत के लिए टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते हैं।
चाहर ने साथ ही कहा कि एमएस धोनी अब पूरी तरह फिट हैं और उन्हें 2-3 साल क्रिकेट खेलते रहना चाहिए। चाहर ने भारत के लिए आखिरी टी-20 मुकाबला रायपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला, ये मुकाबला पिछले साल दिसंबर में खेला गया।
पिता की देखभाल कर रहे थे चाहर
दीपक चाहर पिछले 2 महीने से अपने पिता की देखभाल कर रहे थे। जिन्हें दिसंबर में ब्रेन-स्ट्रोक आया था। उनके पिता अब पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, लेकिन टीम इंडिया को अब कोई और टी-20 इंटरनेशनल नहीं खेलना है। इसलिए चाहर मार्च में शुरू होने वाले IPL से ही क्रिकेट में वापसी करेंगे। वह 5 बार की चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का हिस्सा हैं।
चाहर बोले, पिता सबसे पहले
दीपक चाहर ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, ‘मेरे लिए पिता सबसे पहले हैं। मैं यहां तक सिर्फ उनकी वजह से पहुंच पाया हूं। मैंने जो भी अचीव किया, सब उन्हीं के कारण। अगर उनके बुरे समय में मैं उनके साथ नहीं रह सका तो मैं किस तरह का बेटा कहलाऊंगा?’
भारत में सीरीज होती तो जरूर खेलते
चाहर ने कहा, ‘साउथ अफ्रीका के खिलाफ अगर टी-20 सीरीज भारत में होती तो मैं जरूर खेलता। तब मैं 4-5 घंटे का सफर कर हॉस्पिटल पहुंच सकता था। लेकिन साउथ अफ्रीका से आने में 2-3 दिन तक लग जाते। मेरे लिए पिता के साथ रहना आसान फैसला था, हर बेटा यही करेगा।
मैं अलीगढ़ के हॉस्पिटल में 25 दिन तक अपने पिता के साथ रहा। हम सभी को उनके साथ रहना ही था। मैं उस समय क्रिकेट से पूरी तरह दूर हो गया। फिटनेस पर काम कर रहा था लेकिन बॉलिंग प्रैक्टिस नहीं कर पाया। मैंने एक महीने से प्रैक्टिस नहीं की, इसलिए अफगानिस्तान सीरीज के लिए भी तैयार नहीं था।’
NCA में प्रैक्टिस के बाद पूरी तरह फिट हुए
चाहर बोले, ‘मैंने NCA (बेंगलुरु) में फिर प्रैक्टिस शुरू की। यहां कुछ दिन रहने के बाद मैं पूरी तरह फिट हो सका। मैंने IPL और वर्ल्ड कप के लिए अच्छी तरह तैयारी कर ली है। मैं इंजरी के कारण पिछले 2 वर्ल्ड कप नहीं खेल सका, अगर फिट रहता तो जरूर दोनों बार खेल पाता।
हर टीम को 7, 8 और 9 नंबर पर बैटिंग करने वाले गेंदबाज की जरूरत होती है। मैंने टीम इंडिया के लिए जरूरत पड़ने पर कई बार रन भी बनाए हैं। इसलिए फिट होने पर स्क्वॉड का हिस्सा जरूर रहता।’