सागर: जिले की सबसे बड़ी पंचायत गौरझामर और कंजेरा पंचायत में हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। गौरझामर में बबीता विश्वकर्मा की रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल हुई है। वहीं कंजेरा में राजवर्धन सिंह को जीत मिली। गौरतलब है कि त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन-2022 (उत्तरार्द्ध) के लिए सागर जिले में 5 सरपंच पदों के लिए 5 जनवरी को वोटिंग हुई थी। जिसकी मतगणना सोमवार को की गई।

पति के गुजरने के बाद पत्‍नी जीती चुनाव

मतगणना के दौरान दो चौंका देने वाले परिणाम सामने आए हैं। सहानुभूति लहर में गौरझामर में जहां पति की मौत के बाद पत्नी ने सरपंच चुनाव में जीत दर्ज कराई है। वहीं ग्राम पंचायत कंजेरा में मौत के 10 दिन बाद हुई वोटिंग में जीते मृत पिता के बेटे पर उपचुनाव में मतदाताओं ने भरोसा जताया है। वहीं बंडा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत मंजला में उमेशदत्त मिश्रा 350 वोटों ने जीते हैं। ग्राम पंचायत सहजपुरी कलां में सुदामा पड़रिया ने 60 वोटों से जीत हासिल की है। सहजपुरी कलां ग्राम पंचायत के सरपंच जयराम कुर्मी के निधन के बाद चुनाव हुए थे। इसके अलावा मालथौन की ग्राम पंचायत हरदौट में भी परिणाम घोषित हुआ है।

वोटिंग से पहले हुई थी पिता की मौत, अब बेटे को भी जिताया

देवरी ब्लॉक की कंजेरा पंचायत में सरपंच पद के प्रत्याशी रविन्द्र सिंह की वोटिंग से पहले 22 जून को मौत हो गई थी, लेकिन मतपत्र से उनका नाम नहीं हटाया गया। एक जुलाई को वोटिंग हुई तो ग्रामीणों ने उन्हें 255 वोट से जिता दिया। ऐसे में वहां उपचुनाव कराया गया। यहां रविंद्र सिंह के बेटे राजवर्धन सिंह को 384 वोटों जीत मिली। राजवर्धन सिंह ने कहा कि ग्राम वासियों ने उन पर विश्वास जताया है। मैं उनके विश्वास पर खरा उतरने की भरपूर कोशिश करुंगा।

चुनाव जीतने के बाद सरंपच की हो गई थी मौत
वहीं गौरझामर पंचायत में चुनाव जीतने के बाद सरपंच छोटे विश्वकर्मा की हार्ट अटैक मौत हो गई थी। उपचुनाव में उनकी पत्नी बबिता विश्वकर्मा चुना में खड़ी थी। मतगणना में उनकी 3167 वोटों से एकतरफा जीत हुई है। वहीं उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद बबीता विश्वकर्मा का कहना है मुझे गौरझामर वासियों का आशीर्वाद मिला है। ग्राम के विकास में वो कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।