सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: IIT इंदौर ने एक ऐसा उन्नत ड्रोन विकसित किया है, जो पहाड़ी या दूरस्थ क्षेत्रों में बिछी गैस और पानी की पाइप लाइन, सड़क, पुल, हाइटेंशन पावर लाइन, और रेलवे ट्रैक पर आई हल्की दरार का भी तुरंत पता लगाकर अलर्ट भेज देगा। इस ड्रोन की खासियत यह है कि अलग से किसी व्यक्ति को डेटा देखने या विश्लेषण करने की आवश्यकता नहीं होगी। ड्रोन में लगा सिस्टम खुद ही ग्राउंड यूनिट को यह जानकारी देगा कि दरार कहां है, उसकी लंबाई कितनी है और वह कितनी गंभीर है। यह जानकारी सेकंड के 25वें हिस्से में कंट्रोल सेंटर तक पहुंच जाएगी।

ड्रोन में एडवांस्ड कैमरा के साथ लिडार सेंसर भी लगे हुए हैं, जो बेहद छोटी दरारों को भी सटीकता से पहचान सकते हैं। वर्तमान में इस सिस्टम ने 98.7 प्रतिशत की एक्यूरेसी दिखाई है। इस इनोवेटिव प्रोजेक्ट पर IIT इंदौर की प्रोफेसर अभिरूप दत्ता ने छात्र कुमार शशांक शेखर और पीएचडी स्कॉलर हर्षा अविनाश तांती के साथ मिलकर काम किया है।

इस ड्रोन के आने से महत्वपूर्ण संरचनाओं की निगरानी और रखरखाव के काम में काफी सुधार होगा, जिससे समय पर मरम्मत कार्य किया जा सकेगा और बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सकेगा।