नई दिल्ली । यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस से ‎‎किनारा करने वाली कई विदेशी कंपनियों में अब भारत की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस का नाम भी जुड़ गया है। कंपनी ने रूस में अपना कारोबार समेटने का फैसला किया है। हालांकि इसकी दूसरी वजह है। कंपनी के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति के दामाद और बेटी को लेकर ब्रिटेन में सवाल उठ रहे थे।

नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक ब्रिटेन के वित्त मंत्री हैं। इन्फोसिस ने हाल ही में मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा करते हुए रूस में कारोबार समेटने की बात कही। कंपनी के सीईओ और एमडी सलिल पारेख का कहना है ‎कि रूस में हमारा कोई क्लाइंट नहीं है। हम वहां अपने ग्लोबल क्लाइंट्स के लिए काम करते हैं।

रूस में हमारे पास 100 से कम कर्मचारी हैं। हमारे कामकाज को वहां से बाहर ले जाना शुरू कर दिया है। हमारा फिलहाल रूस के किसी भी ग्राहक के साथ कोई कारोबार नहीं है। आने वाले समय में भी हमारी उनके साथ काम करने की कोई योजना नहीं है। पारेख ने कहा कि कंपनी रूस में अपने कर्मचारियों को दूसरे देशों खासकर पूर्वी यूरोप के देशों में जाने में मदद करेगी।

उन्होंने कहा कि एक कंपनी के तौर पर इन्फोसिस चाहती है कि रूस और यूक्रेन मिलकर शांति का कोई रास्ता निकालें। कंपनी ने वहां मानवीय कार्यों में मदद के लिए 10 लाख डॉलर का एक फंड लॉन्च किया है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के बाद इन्फोसिस देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। इसका कारोबार कई देशों में फैला है।