सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पारी स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रबंधन विभाग ने अपने प्रमुख कार्यक्रम “सक्सेस मंत्रा फॉर मैनेजर्स” (SMM) का दूसरा संस्करण आयोजित किया, जिसमें उद्योग जगत के प्रमुख विशेषज्ञों ने छात्रों और फैकल्टी को महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि, अनुभव और पेशेवर मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस कार्यक्रम का संचालन पारी स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन और कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर भारद्वाज शिवकुमार ने किया। इसमें एक विशिष्ट पैनल शामिल था जिसने प्रबंधन के बदलते परिदृश्य पर चर्चा की। पैनलिस्टों ने प्रभावी नेतृत्व, प्रेरणा और आधुनिक कौशलों के महत्व पर अपने विचार साझा किए, जो आज के कॉर्पोरेट माहौल में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
जेपी मॉर्गन चेस के कॉर्पोरेट और इन्वेस्टमेंट बैंक के प्रबंध निदेशक श्री विनय मांथा ने कहा कि एक मैनेजर को सफलता का जश्न मनाने के साथ-साथ असफलताओं को भी सीखने के अवसर के रूप में अपनाना चाहिए। उन्होंने इसे निरंतर विकास और नेतृत्व में दृढ़ता का मूल तत्व बताया।
बीएनवाई मेलॉन की निदेशक श्रीमती श्रीमथी श्रीधरन ने कहा, “एक मैनेजर की भूमिका केवल लक्ष्य प्राप्ति तक सीमित नहीं है; इसका मुख्य उद्देश्य टीम को प्रेरित करना है।” उन्होंने नेतृत्व में दयालुता के महत्व पर जोर दिया और अपनी व्यक्तिगत अनुभवों के साथ-साथ महान उद्योगपति और परोपकारी श्री रतन टाटा से प्रेरणा ली।
पेप्सिको के एसोसिएट डायरेक्टर श्री वरुण गुप्ता ने सफलता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “अपनी सफलता को खुद परिभाषित करें” और यह आवश्यक बताया कि मैनेजर्स और नेताओं के पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण होना चाहिए। उन्होंने समझाया कि एक अच्छी तरह से परिभाषित व्यक्तिगत और पेशेवर दृष्टिकोण मैनेजर्स को उनके लक्ष्यों तक पहुँचने में मार्गदर्शन करता है और उनकी टीमों को सशक्त बनाता है।
किम्स फाउंडेशन और रिसर्च सेंटर के चेयरमैन और मुख्य वक्ता डॉ. भुजंगा राव ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ अपने अनुभवों पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम के नेतृत्व की एक विशेषता करुणा थी और बताया कि प्रभावी नेतृत्व में टीम के सदस्यों को पेशेवर और व्यक्तिगत स्तर पर समझना और समर्थन देना शामिल है।
टाइगर एनालिटिक्स के निदेशक और रणनीति नेता श्री सुरेश पोननुरु ने बताया कि एक नेता की महत्वपूर्ण भूमिका टीम के कार्य को वरिष्ठ अधिकारियों और ग्राहकों तक प्रभावी ढंग से संप्रेषित करना है। उन्होंने धैर्य और अवसरों को भुनाने की क्षमता को सफल प्रबंधन के आवश्यक गुण बताया।